ईडब्ल्यूएस कोटे के नहीं बने सर्टिफिकेट, खाली रह गई सीटें

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : राइट टू एजुकेशन एक्ट में 25 प्रतिशत सीटें ईडब्ल्यूएस कोटे के

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Apr 2018 05:52 PM (IST) Updated:Tue, 03 Apr 2018 05:52 PM (IST)
ईडब्ल्यूएस कोटे के नहीं बने सर्टिफिकेट, खाली रह गई सीटें
ईडब्ल्यूएस कोटे के नहीं बने सर्टिफिकेट, खाली रह गई सीटें

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : राइट टू एजुकेशन एक्ट में 25 प्रतिशत सीटें ईडब्ल्यूएस कोटे के लिए आरक्षित की गई हैं। हर क्लास में 25 प्रतिशत सीटें इसी कोटे से भरी जाती हैं, लेकिन इस बार ये पूरी नहीं भरी जा सकी हैं। एंट्री लेवल पर 790 बच्चों की एडमिशन इस कोटे के तहत होती है, लेकिन इस बार 94 सीटें खाली रह गई हैं। इन सीटों के खाली रहने से जहां स्कूलों को परेशानी हो रही है, वहीं, प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं कि ऐसा क्या हुआ कि ये सीटें खाली रह गई। अंतिम कॉल में 104 के लिए पहुंचे दस आवेदक

शिक्षा विभाग ने नवंबर 2017 में एंट्री क्लास की एडमिशन के लिए कॉल की थी। उस समय आय प्रमाण पत्र बनाने को लेकर परेशानी थी। इसके लिए संपदा कार्यालय की ड्यूटी लगाई गई थी। जनवरी 2018 तक आय प्रमाण पत्र बने, उसके बाद उपायुक्त कार्यालय ने आय प्रमाण पत्र देने से इन्कार कर दिया। शिक्षा विभाग ने 10 से 23 मार्च तक दोबारा से आवेदन मांगे, जिसमें 104 सीटों के लिए मात्र दस लोगों ने आवेदन किया। इन लोगों ने 23 स्थानों पर आवेदन किया था। प्रशासन आय प्रमाण पत्र देने में रहा नाकाम

इस बार ईडब्ल्यूएस कोटे की सीटों के खाली रहने का मुख्य कारण समय पर आय प्रमाण पत्र नहीं देना था। अभिभावकों को आय प्रमाण पत्र नहीं मिला। इस समय भी करीब दस हजार लोगों ने आय प्रमाण पत्र के लिए अप्लाई किया हुआ है, लेकिन उपायुक्त कार्यालय ने कर्मचारियों की कमी का हवाले देते हुए यह कार्य करने से इन्कार कर दिया है। ऐसे में आय प्रमाण पत्र कहां से बने, यह अभिभावकों के लिए अभी तक परेशानी का कारण बना हुआ है। ईडब्ल्यूएस कोटे की खाली सीटों को भरने के लिए अंतिम कॉल की गई थी। जिसमें करीब 94 सीटें खाली रह रही हैं। जब तक आय प्रमाण पत्र बनने का निर्णय नहीं होता, इन सीटों को भरना मुश्किल है।

-अनुजीत कौर, जिला शिक्षा अधिकारी, चंडीगढ़

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