सुखना लेक पर रात 10 बजे के बाद एंट्री बंद

अब आप लेट नाइट सुखना लेक पर ठंडी हवाओं और लाइटिंग के बीच नाइट टूरिज्म का मजा नहीं ले सकते। सुखना लेक पर रात दस बजे के बाद एंट्री बंद हो गई है। आप चाहकर भी अब रंग बिरंगी रोशनी से सुकून का आभास कराती सुखना का सुख नहीं ले सकते।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 23 Jul 2018 08:20 AM (IST) Updated:Mon, 23 Jul 2018 10:15 AM (IST)
सुखना लेक पर रात 10 बजे के बाद एंट्री बंद
सुखना लेक पर रात 10 बजे के बाद एंट्री बंद

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : अब आप लेट नाइट सुखना लेक पर ठंडी हवाओं और लाइटिंग के बीच नाइट टूरिज्म का मजा नहीं ले सकते। सुखना लेक पर रात दस बजे के बाद एंट्री बंद हो गई है। आप चाहकर भी अब रंग बिरंगी रोशनी से सुकून का आभास कराती सुखना का सुख नहीं ले सकते। नाइट टूरिज्म को प्रमोट करना तो दूर शहर के एकमात्र नाइट टूरिज्म स्पॉट को भी प्रशासन ने बैन कर दिया। दिन की भागदौड़ में समय नहीं निकाल सकने वाले सैकड़ों लोग रात को सुखना लेक पर सुकून के पल बिताने आते हैं। शनिवार रात को दैनिक जागरण ने सुखना लेक पर नाइट टूरिज्म का रियलिटी चेक किया तो चौकाने वाली बातें सामने आई। रात 10 बजते ही वॉकिंग ट्रैक को बैरिकेड लगाकर बंद कर दिया गया। कोई ट्रैक पर कुछ दूरी तक जाना भी चाहता था तो उन्हें पुलिस पोस्ट पर बैठा पुलिस कर्मी रोक देता। साथ ही ट्रैक पर सैर करने गए लोगों को भी वापस भेजना शुरू कर दिया। ट्रैक पर जाने नहीं दिया तो लोग स्र्टाटिंग प्वांइट पर ही बैठकर ठंडी हवाओं का आनंद ले रहे थे। कुछ लोग तो परिवार सहित नाइट टूरिज्म का लुत्फ उठाने सुखना लेक अभी पहुंच ही रहे थे। इसके बाद पुलिस कर्मी और लेक पर तैनात स्टाफ ने लेक बंद होने की बात कहकर लोगों को उठाना शुरू कर दिया। कहा गया कि लेक बंद हो गई है अब यहां नहीं बैठ सकते। जो लोग उसी समय पहुंचे थे उन्होंने तो ऐसा करने पर एतराज भी जताया। रात को बैठने तक नहीं देते तो कैसा नाइट टूरिज्म

परिवार के साथ सुखना लेक आए व्यक्ति गुरबचन सिंह ने कहा कि दिन में भाग दौड़ के कारण समय नहीं मिलता। साथ ही परिवार के अन्य सदस्य भी इधर-उधर होते हैं। रात को सुकून के लिए वह अक्सर सुखना लेक जाना पसंद करते हैं। 10 बजे के बाद न तो वॉकिंग ट्रैक पर जाने दिया जा रहा और न ही स्र्टाटिंग प्वाइंट पर बैठने देते। जब रात को बैठने तक नहीं दिया जाता तो नाइट टूरिज्म का क्या मतलब हुआ। नाइट टूरिज्म के लिए कैपिटल कांप्लेक्स में होनी थी लाइटिंग

नाइट टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन कई दावे करता रहा है। प्रशासक वीपी सिंह बदनौर भी नाइट टूरिज्म को बढ़ावा देने की इच्छा जता चुके हैं। सुखना लेक पर करोड़ों रुपये से रंग बिरंगी लाइटिंग भी इसी लिए की गई थी। साथ ही व‌र्ल्ड हेरिटेज बनने के बाद कैपिटल कांप्लेक्स को भी इसी तर्ज पर डेवलप करने के लिए करीब 8 करोड़ रुपये से लाइटिंग लगाने का एस्टीमेट तैयार किया था, लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी यह लाइटिंग नहीं लग सकी हैं। हो सकता है सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए मना किया गया हो। लेकिन स्र्टाटिंग प्वाइंट पर बैठने से नहीं रोका जाना चाहिए। लेक लोगों के लिए ही है। इस पर बात की जाएगी।

जितेंद्र यादव, डायरेक्टर, टूरिज्म, चंडीगढ़।

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