वेरका की सप्लाई गिरी, फैट मिल्क मार्केट से गायब

ट्राईसिटी में वेरका की दूध की सप्लाई पर हड़ताल का असर दिखने लगा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 03 Jun 2018 06:45 PM (IST) Updated:Sun, 03 Jun 2018 06:45 PM (IST)
वेरका की सप्लाई गिरी, फैट मिल्क मार्केट से गायब
वेरका की सप्लाई गिरी, फैट मिल्क मार्केट से गायब

जागरण संवाददाता, मोहाली : ट्राईसिटी में वेरका की दूध की सप्लाई पर हड़ताल का असर दिखने लगा है। वेकरा के सूत्रों की माने तो वेकरा की टोटल सप्लाई में से एक लाख लीटर से ज्यादा की सप्लाई प्रभावित हो गई। उसी कारण मार्केट से फैट मिल्क भी गायब होने लगा है। गोल्ड, ग्रीन, ओरेज पैकेट कई जगहों पर नहीं पहुंच रहा। सोमवार से स्थिति ओर भी खराब हो सकती है, क्योंकि वेरका की गावों की डेयरियों में किसानों की तरफ से दूध नहीं दिया जा रहा। फिलहाल मक्खन, दही व अन्य मिल्क प्रोडेक्ट पर कोई असर नहीं। वेरका के जीएम मार्केटिग जीपी गुप्ता ने कहा कि हमारी कोशिश है कि किसी न किसी तरह सप्लाई जारी रहे। रविवार को भी दूध की सप्लाई भेजी गई। किसानों ने कहा-नुकसान के बावजूद हम साथ

दूध उत्पादन से जुडे़ किसान डीपी सिंह, परमजीत सिंह व लक्खा का कहना है कि सबसे ज्यादा नुकसान तो उनको हो रहा है। कृषि अब फायदे का सौदा नहीं रहा और सहायक धंधों पर भी महंगाई की मार पड़ रही है। उसके बावजूद वे किसान भाईयों के साथ है क्योंकि वे लोग उनके अधिकारों के लिए लड़ रहे है। उन्होंने कहा कि स्वामीनाथन रिपोर्ट की सिफारिशों को लागू होने चाहिए। हर रोज का 25000 से ज्यादा लेबर का नुकसान

वेरका की गाव भागोमाजरा में डेयरी चलाने वाले सुखविंदर सिंह ने बताया कि हर रोज का 25 हजार का नुकसान हो रहा है। दूध की सप्लाई हो चाहे न हो लेकिन लेबर को पैसे देने ही है। अगर हड़ताल पूरे दस दिन चलेगी तो नुकसान लाखों में होगा। सुखविंदर ने कहा कि गाव के लोगों को ही दूध मुफ्त दे रहे है। छबील व लंगर लगाने वालों से भी संपर्क किया जा रहा है कि वे मुफ्त में दूध ले जाए ताकि दूध खराब न हो। खरड़ व कुराली में सड़कों पर गिराया दूध

खरड़, तक्कीपुर कुराली से चंडीगढ़ में दूध देने आने वाले लोगों को किसानों ने रोका। कई जगहों पर दूध सड़कों पर भी गिराया गया। उससे आने वाले दिनों में दूध की सप्लाई पर खासा असर पड़ सकता है।

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