डंपिंग ग्राउंड बना शहर का सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा, कई चर्चाओं के बावजूद जनता को हल का इंतजार

लोकसभा चुनाव में एक बार फिर से डड्डूमाजरा के डंपिंग ग्राउंड का मामला एक बड़ा चुनावी मुद्दा बन गया है।

By Edited By: Publish:Tue, 16 Apr 2019 10:25 PM (IST) Updated:Wed, 17 Apr 2019 03:03 AM (IST)
डंपिंग ग्राउंड बना शहर का सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा, कई चर्चाओं के बावजूद जनता को हल का इंतजार
डंपिंग ग्राउंड बना शहर का सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा, कई चर्चाओं के बावजूद जनता को हल का इंतजार
राजेश ढल्ल, चंडीगढ़। लोकसभा चुनाव में एक बार फिर से डड्डूमाजरा के डंपिंग ग्राउंड का मामला एक बड़ा चुनावी मुद्दा बन गया है। डंपिंग ग्राउंड में पड़े लाखों टन कचरे से डड्डूमाजरा के लोगों को बीमारियां तो लग ही रही हैं, लेकिन यहां से आने वाली दुर्गध से पूरा शहर परेशान है। ऐसे में यह शहर का एक बड़ा मुद्दा है, जिस पर कांग्रेस और भाजपा के साथ आम आदमी पार्टी इससे मुक्ति दिलवाने का दावा अपने घोषणा पत्र में शामिल करने जा रही है। मालूम हो कि पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने वायदा किया था कि सत्ता में आने के बाद यहां से डंपिंग ग्राउंड शिफ्ट कर दिया जाएगा। जबकि इन पांच साल में डंपिंग ग्राउंड के मामले में कई बार सदन में चर्चा हुई, लेकिन इसका कोई हल नहीं निकला है। बल्कि यहां पर कचरे का एक बड़ा पहाड़ बन गया है। डंपिंग ग्राउंड से आ रही दुर्गध के कारण डड्डूमाजरा के लोग इतने परेशान हैं कि अब उनके रिश्तेदार भी उनसे मिलने के लिए नहीं आते हैं।

कचरे का पहाड़ बनने का यह है अहम कारण
इस समय शहर में प्रतिदिन 450 टन कचरा निकलता है। डंपिंग ग्राउंड के साथ जो गारबेज प्रोसेसिंग प्लांट है, वहां पर प्रतिदिन सिर्फ 150 से 200 टन कचरा ही प्रोसेस होता है, बाकी कचरा सीधा डंपिंग ग्राउंड में गिरता है, जिस कारण यहां पर कचरे का पहाड़ बढ़ता जा रहा है।

मेयर कालिया यहां बीनते थे कचरा
नगर निगम के वर्तमान मेयर राजेश कालिया इस समस्या के खुद भुगतभोगी हैं, क्योंकि वे यहां पर रहते ही नहीं हैं, बल्कि उन्होंने यहां पर रैग पिकर के तौर पर कचरा तक भी बीना है। कालिया ने भी मेयर बनते शहरवासियों से वायदा किया था कि वे डंपिंग ग्राउंड में पड़े हुए कचरे का हल निकालेंगे। भाजपा की नीतियों से बढ़ा कचरा कांग्रेस के उम्मीदवार एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल का कहना है कि कांग्रेस के कार्यकाल में एक समय ऐसा आया था कि डंपिंग ग्राउंड में कचरा नहीं गिरता था और पूर्व मेयर कमलेश के कार्यकाल में यहां पर खेल का मैदान बन गया था, जिस पर बच्चे खेलते थे। लेकिन भाजपा की गलत नीतियों के कारण यहां पर कचरा बढ़ता गया और अब यह हाल हो गया है कि पूरा शहर इससे परेशान हो गया है।

हल सिर्फ भाजपा के ही पास
मेयर राजेश कालिया का कहना है कि डंपिंग ग्राउंड का हल सिर्फ भाजपा ही निकाल सकती है। कांग्रेस के पूर्व में किए गए कामों के कारण ही शहर का सारा कचरा प्रोसेस नहीं हो पा रहा, जिस कारण यहां पर कचरा गिर रहा है। स्मार्ट सिटी के तहत यहां पर पड़े कचरे को प्रोसेस करने का टेंडर निकालने का फैसला हो चुका है। चुनाव के बाद इस पर काम होना शुरू हो जाएगा। कांग्रेस और भाजपा दोनों धोखेबाज आप के उम्मीदवार हरमोहन धवन का कहना है कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ने शहरवासियों को डंपिंग ग्राउंड के मामले में धोखा दिया है। पिछले चुनाव में भाजपा ने यहां से डंपिंग ग्राउंड शिफ्ट करने का वायदा किया था। ऐसे में डड्डूमाजरा के लोग भाजपा नेताओं से पूछेंगे कि जब वे वोट के लिए जाएंगे। अगर वे चुनाव जीतेंगे, तो इसका हल प्राथमिकता के आधार पर निकालेंगे।
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