डॉक्टर भगवान का रूप, पत्थर नहीं फूल बरसाने चाहिए

डॉक्टर भगवान का रूप होता है। इन पर पत्थर नहीं फूल बरसाने चाहिए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Apr 2020 09:56 PM (IST) Updated:Sat, 25 Apr 2020 06:11 AM (IST)
डॉक्टर भगवान का रूप, पत्थर नहीं फूल बरसाने चाहिए
डॉक्टर भगवान का रूप, पत्थर नहीं फूल बरसाने चाहिए

विशाल पाठक, चंडीगढ़ : डॉक्टर भगवान का रूप होता है। इन पर पत्थर नहीं फूल बरसाने चाहिए। जो लोग इस मुश्किल घड़ी में डॉक्टरों और नर्सिग स्टाफ पर पथराव कर रहे हैं। उन लोगों में इंसानियत और जमीर मर चुका है। मैं अगर आज ठीक होकर अपने परिवार के बीच लौटा हूं तो ये डॉक्टरों की देन है। जो दिन-रात कोरोना से संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे हैं। कई रातों से बिना ढंग से सोये जोकि मरीजों का इलाज कर रहे हैं। जो इस मुसीबत की घड़ी में अपनों को छोड़ उनसे दूर रह कर लोगों की सेवा कर रह रहे हैं। यह कहना है कोरोना पॉजिटिव पेशेंट 49 साल के भीम सेन का। जोकि शुक्रवार को पीजीआइ के आइसोलेशन वार्ड से ठीक होने के बाद डिस्चार्ज हुए। हाथ जोड़कर सबको धन्यवाद कहा

डिस्चार्ज होने से पहले भीम ने कोविड वार्ड के सभी डॉक्टरों, नर्सिग ऑफिसर्स और सफाई कर्मचारियों का हाथ जोड़कर धन्यवाद किया। कहा कि इस मुश्किल घड़ी में जब परिवार, रिश्तेदार और अपने सगे-संबंधी साथ छोड़ देते हैं और आपके पास कोई नहीं रहता। तब ऐसे वक्त में एक डॉक्टर, नर्स और सफाई कर्मचारी मरीज का ख्याल रखते हैं। पीजीआइ में इलाज के दौरान उन्हें कभी परिवार की कमी नहीं खली। क्योंकि यहां का स्टाफ परिवार तरह व्यवहार करता था। 30 मार्च को जीएमएसएच-16 में हुए थे एडमिट

भीम सेन को 30 मार्च को गवर्नमेंट मल्टी स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल (जीएमएसएच-16) में एडमिट किया गया था। उनमें कोरोना की पुष्टि हुई थी। तीन अप्रैल को नेहरू एक्सटेंशन सेंटर में बने आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया गया था। जहां पिछले 21 दिन से इलाज चल रहा था। भीम के दोबारा से वीरवार को सैंपल लिए गए। लगातार दो टेस्ट किए गए जोकि नेगेटिव आए। दोनों रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद पीजीआइ से मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया। पीजीआइ ने सात लोगों को किया ठीक

पीजीआइ डायरेक्टर प्रो. जगत राम ने कहा कि आइसोलेशन वार्ड में एडमिट अब तक सात कोरोना पॉजिटिव पेशेंट ठीक किए जा चुके हैं। जल्द ही पीजीआइ में एडमिट बाकी 18 कोरोना पॉजिटिव पेशेंट को भी ठीक कर लिया जाएगा। वहीं, पीजीआइ के इंटर्नल मेडिसन डिपार्टमेंट के प्रो. पंकज मल्होत्रा ने बताया कि पीजीआइ हर एक कोरोना पॉजिटिव पेशेंट मरीज की देखरेख कर रहा है। बिना कोई जल्दबाजी किए मरीजों को पूरी डाइट और मेडिसन दी जा रही है। हर एक घंटे बाद मरीजों की मेडिकली जांच की जाती है। जल्द ही बाकी मरीजों को भी ठीक कर लिया जाएगा।

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