राजनीति की भेंट चढ़ा डेराबस्सी का नेचर पार्क, क्रेडिट लेने के चक्कर में रुकवाया मरम्मत का काम

डेराबस्सी के नेचर पार्क की खस्ता हालत के लिए कहीं न कहीं राजनीतिक दलों के नेता भी जिम्मेदार हैं। लंबे अरसे के बाद पार्क की सफाई और मरम्मत का काम शुरू हुआ था लेकिन सियासी नेताओं ने इसका क्रेडिट लेने के चक्कर में काम को रुकवा दिया है।

By Ankesh KumarEdited By: Publish:Sat, 09 Jan 2021 03:45 PM (IST) Updated:Sat, 09 Jan 2021 03:45 PM (IST)
राजनीति की भेंट चढ़ा डेराबस्सी का नेचर पार्क, क्रेडिट लेने के चक्कर में रुकवाया मरम्मत का काम
डेराबस्सी के नेचर पार्क में सफाई करते कर्मचारी। फाइल फोटो

डेराबस्सी\मोहाली, जेएनएन।  हजारों शहर वासियों के हितों की अनदेखी करते हुए सियासी नेताओं ने डेराबस्सी के नेचर पार्क के जीर्णोद्दार का कार्य रुकवा दिया है। ज्वाइंट एक्शन कमेटी द्वारा करीब एक साल तक प्रयास करने के बाद वन विभाग ने यहां सफाई और मरम्मत का कार्य शुरू करवाया लेकिन इलाके के नेताओं ने ओछी राजनीति का परिचय देते हुए महज एक दिन बाद काम को रुकवा दिया। इसका खामियाजा शहर के लोग भुगत रहे हैं।

ज्वांइट एक्शन कमेटी के प्रधान सुखदेव चौधरी ने बताया कि वह पिछले करीब एक साल से नगर परिषद, वन विभाग, पूडा व गमाडा अधिकारियों के साथ इन पार्कों के संबंध में पत्राचार कर रहे थे। इस संबंध में कई आरटीआइ भी लगाई। लंबी जद्दोजहद के बाद वन विभाग ने नेचर पार्क के प्रति नरम रूख अपनाया है। 24 नवंबर 2020 को जिला वन अधिकारी (डीएफओ) गुरमनप्रीत सिंह के निर्देशों पर रेंज ऑफिसर सुखमिंदर सिंह, ब्लॉक ऑफिसर अमर सिंह व सुरिंदर कुमार के अलावा वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की टीम ने नेचर पार्क का दौरा करके यहां सफाई का काम शुरू करवाया था। 

सियासी नेताओं को नहीं हुआ फायदा इसलिए रुकवाया काम

चौधरी ने बताया कि वन विभाग के अधिकारियों ने जनता के हितों को देखते हुए सफाई कार्य शुरू करवाया था। डेराबस्सी हलके का प्रतिनिधित्व करने वाले नेता इस कार्य का प्रचार नहीं कर सके। न ही इस कार्य का दोबारा उद्घाटनी पत्थर लगा सके। यह कार्य राजनीति से हटकर जनता के हित में किया जा रहा था। लेकिन सियासी नेता इसका लाभ नहीं ले सके और उन्होंने नेचर पार्क की सफाई का काम बंद करवा दिया।

अधिकारी नहीं दे रहे स्पष्ट जवाब

सुखदेव चौधरी ने बताया कि उन्होंने इस बारे में संबंधित अधिकारियों से जब बात की तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब देने की बजाय टालते हुए कहा कि उपरी आदेशों के चलते यह काम बंद किया गया है। चौधरी ने इलाके का प्रतिनिधित्व करने वाले सरकारी के नुमांइदों से अपील की है कि वह राजनीति छोडक़र जनता के हितों को देखते हुए वन विभाग और नगर परिषद के कर्मचारियों को डेराबस्सी के नेचर पार्कों का सुधार करने में रोड़ा न बने।

यह था पूरा विवाद

डेराबस्सी नगर परिषद द्वारा 11 अप्रैल 2012 को हुई बैठक में 54 नंबर प्रस्ताव के तहत यह सहमति जताई गई कि डेराबस्सी में एनवायरमेंट कम नेचर पार्क की जरूरत है। इस दिशा में योजना को अमली रूप दिया जाए। इस संबंध में वर्ष 2013 में नगर परिषद और वन विभाग के अधिकारियों के बीच कई बैठकों के बाद पार्क निर्माण को सहमति बनी। 8 जनवरी 2014 को नगर परिषद और वन विभाग के बीच एक एमओयू किया गया। इस एमओयू के बाद नगर परिषद ने इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया। ज्वाइंट एक्शन कमेटी द्वारा शुरू करवाया गया कार्य नेताओं ने रुकवा दिया है।

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