ऑन डिमांड फूड कितना सुरक्षित, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद छिड़ी बहस

इन दिनों फूड ऑन डिमांड का काम तेजी से फल फूल रहा है। मगर अब इस तरह का फूड कितना सुरक्षित है, इसे लेकर सवाल उठने लगे हैं।

By Sat PaulEdited By: Publish:Thu, 13 Dec 2018 03:06 PM (IST) Updated:Thu, 13 Dec 2018 03:20 PM (IST)
ऑन डिमांड फूड कितना सुरक्षित, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद छिड़ी बहस
ऑन डिमांड फूड कितना सुरक्षित, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद छिड़ी बहस

जासं, चंडीगढ़ : इन दिनों फूड ऑन डिमांड का काम तेजी से फल फूल रहा है। मगर अब इस तरह का फूड कितना सुरक्षित है, इसे लेकर सवाल उठने लगे हैं। सवाल यह भी है कि आपके घर पहुंचने वाला फूड कितना स्वच्छ और ताजा है, यह खाने लायक है या नहीं। फूड यूनिट से डिलिवरी होने तक रास्ते में पैक से कोई छेड़छाड़ तो नहीं हुई, यह सवाल भी उठना लाजिमी है।

फूड ऑन डिमांड कंपनी जोमेटे के एक डीलिवरी ब्वॉय का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इसमें वह डिलिवरी से पहले भोजन में से थोड़ा-थोड़ा खाकर उसे दोबारा से पैक करता दिख रहा है। इस वीडियो ने उन सभी लोगों के मन में सवाल खड़ा कर दिया है जो अक्सर ऑन डिमांड एप के जरिए खाद्य सामग्री मंगवाते हैं। इसे लेकर लोगों के बीच अब चर्चा तेज हो गई है। एडवोकेट अजय जग्गा का कहना है कि फूड सेफ्टी टेङ्क्षस्टग यूनिट की बेहद जरूरत है। साथ ही यह सुविधा डोर स्टेप पर मिलनी चाहिए।

एडवाइजर और होम सेक्रेटरी कम फूड सेफ्टी को लिखा पत्र

इसी को देखते हुए एडवोकेट अजय जग्गा ने एडवाइजर परिमल राय और होम सेक्रेटरी कम फूड सेफ्टी कमिश्नर को चिट्ठी लिखकर नियम बनाने का आग्रह किया है। जग्गा ने कहा कि फूड सेफ्टी ऑन व्हीलस और फूड सेफ्टी एंबुलेंस होनी चाहिए। जो खाना लोगों के घर पर ऑन डिमांड पहुंच रहा है, वह सही ढंग से सील किया गया है या नहीं।

 

पहले भी हो चुकी है कोशिश

इससे पहले प्रशासन ने दूध और अन्य कई खाद्य सामग्री की जांच के लिए फूड सेफ्टी ऑन व्हील शुरू किया था। जाहिर है अब इसी तरह से ऑन डिमांड एप के लिए भी टेङ्क्षस्टग वैन की जरूरत महसूस की जा रही है।

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