चारे में मिला जहरीला पदार्थ खाने से गांव कंडाला में 70 मवेशियों की मौत Chandigarh News

डेयरी मालिकों का कहना है कि पिछले दो दिन से मवेशियों की एक के बाद एक मौत हो रही थी इसको लेकर पशु पालन विभाग को भी सूचना दी गई। मगर कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।

By Edited By: Publish:Sat, 27 Jul 2019 05:35 PM (IST) Updated:Sun, 28 Jul 2019 04:11 PM (IST)
चारे में मिला जहरीला पदार्थ खाने से गांव कंडाला में 70 मवेशियों की मौत Chandigarh News
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जेएनएन, मोहाली। गांव कंडाला के दो डेयरी फार्मो में करीब 70 गायों और भैंसों की एक साथ मौत हो गई। डेयरी मालिकों का कहना है कि उनकी मौत चारे के साथ कोई जहरीला पदार्थ खाने के कारण हुई। आरोप है कि यदि समय रहते डॉक्टरी सहायता मिल जाती तो मवेशियों की जान बचाई जा सकती थी। हालांकि अभी तक इस मामले में मवेशियों का इलाज करने वाले डॉक्टरों की ओर से मौत के असल कारणों को स्पष्ट नहीं किया जा सका है। डेयरी मालिकों का कहना है कि पिछले दो दिन से मवेशियों की एक के बाद एक मौत हो रही थी, इसको लेकर डेयरी संचालकों की ओर से पशु पालन विभाग को भी सूचना दी गई। मगर कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। शनिवार को जब एक साथ पचास से ज्यादा गाय व भैंसों की मौत हो गई तो डॉक्टरों ने बाकी बचे मवेशियों का इलाज शुरू किया। गांव में ढाई-ढाई एकड़ में दो डेयरी फॉर्म संचालित हैं।

आरोप है कि होटल से आया खाना जब मवेशियों के चारे में मिलाकर खिलाया गया, तभी उनकी हालत बिगड़नी शुरू हो गई। डेयरी संचालक तरसेम सिंह, राजवंत सिंह राजू ने बताया कि एक होटल मालिक की ओर से मवेशियों को बासी (बचा हुआ) खाना दिया जा रहा था। पहले एक डेयरी संचालक तरसेम से ही होटल के मालिक से खाना लिया जाता था, लेकिन बाद में दूसरे डेयरी संचालक ने भी होटल वाला खाना पशुओं को खिलाना शुरू कर दिया। पशु पालन विभाग को भी शक है कि उसी खाने के कारण ही मवेशियों की मौत हुई होगी। हालांकि विभाग की ओर से कहा गया है कि जांच के बाद ही इस मामले में कुछ स्पष्ट कहा जा सकता है।

जांच के बाद विभाग करेगा मौत के कारण का खुलासा
पशु पालन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर निर्मल सिंह व ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ. संजीव कौशल ने कहा कि डेयरी मालिकों की ओर से मरी हुई भैंसों व गायों की मौत के बाद उठा लिया गया। इसलिए सभी का पोस्टमार्टम नहीं हो सका। डॉ. कौशल ने कहा कि विभाग की ओर से फिर भी जांच की जा रही है। यह भी देखने में आया है कि मवेशियों को हरा चारा खाने के लिए कम दिया जा रहा था। चारे के साथ जहरीला पदार्थ खाने के कारण ही मवेशियों की मौत हुई है।

जालंधर व लुधियाना से आई डॉक्टरों की टीमों की ओर से शुक्रवार से ही उनका इलाज किया जा रहा है। मवेशियों की मौत की डिटेल रिपोर्ट डॉक्टरों की ओर से तैयार कर विभाग को भेजी जाएगी। - बलबीर सिंह सिद्धू, स्वास्थ्य मंत्री पंजाब।

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