Coronavirus Effect : पंजाब यूनिवर्सिटी ने विभागों के खर्चों पर लगाई रोक, सालाना बजट में होगी कटौती

Coronavirus Effect कोविड-19 के कारण 2020-21 में पीयू में विभागों द्वारा विभिन्न खरीदारी के लिए फाइनेंस डिपार्टमेंट को भेजी गई डिमांड भी प्रभावित होगी। अगले एक साल तक पीयू द्वारा विभागों को कम से कम खर्च के निर्देश दिए गए हैं।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Sat, 24 Oct 2020 08:48 AM (IST) Updated:Sat, 24 Oct 2020 08:48 AM (IST)
Coronavirus Effect : पंजाब यूनिवर्सिटी ने विभागों के खर्चों पर लगाई रोक, सालाना बजट में होगी कटौती
पीयू के फाइनेंस डिपार्टमेंट की ओर से 2021-22 बजट रिपोर्ट में यह प्रावधान किया है। (File Photo)

चंडीगढ, [डॉ सुमित सिंह श्योराण]। पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कैंपस के सभी विभागों को निर्देश जारी कर दिए हैं, कि वह अपने खर्चों पर रोक लगाएं। कोविड-19 के कारण पंजाब यूनिवर्सिटी के फाइनेंस डिपार्टमेंट की ओर से सभी विभागों को लेटर जारी कर बजट में कटौती की जानकारी दे दी गई है। पीयू के इस फैसले के बाद विभागों में नया इंफ्रास्ट्रक्चर, किताबें और दूसरे गैर जरूरी सामान की खरीदारी पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। पीयू के फाइनेंस डिपार्टमेंट की ओर से 2021-22 बजट रिपोर्ट में यह प्रावधान किया गया है।

जानकारी के अनुसार कोविड-19 के कारण 2020-21 में विभागों द्वारा विभिन्न खरीदारी के लिए फाइनेंस डिपार्टमेंट को भेजी गई डिमांड भी प्रभावित होगी। अगले एक साल तक पीयू द्वारा विभागों को कम से कम खर्च के निर्देश दिए गए हैं। फाइनेंस डिपार्टमेंट की ओर से जारी निर्देशों में कहा गया है कि कोई भी विभाग नया या अतिरिक्त डिमांड न करें, साथ ही फाइनेंस डिपार्टमेंट द्वारा पंजाब यूनिवर्सिटी के विभागों की आर्थिक स्थिति को लेकर रिव्यू रिपोर्ट भी तैयार की जाएगी। फाइनेंस डिपार्टमेंट की हाल ही में आयोजित अधिकारियों की बैठक में बताया गया कि विभागों की लाइब्रेरी में नई किताबों की खरीदारी पर भी पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। हालांकि ऑनलाइन किताबें और रेफरेंस किताबों को खरीदने पर रोक नहीं रहेगी।

अधिकारियों का तर्क है कि मौजूदा सत्र में विद्यार्थियों की पढ़ाई ऑनलाइन मोड पर ही होगी और लाइब्रेरी का प्रयोग केवल रिसर्च स्कॉलर ही कर रहे हैं। पीयू प्रशासन द्वारा ऑनलाइन जर्नल की अधिक से अधिक सब्सक्रिप्शन को लेकर भी विचार किया जा रहा ह, साथ ही पीयू द्वारा चंडीगढ़ रीजनल इनोवेशन एंड नॉलेज क्लस्टर के साथ भी ऑनलाइन जर्नल प्राप्त करने के लिए बातचीत की जा रही है, विभागों की लाइब्रेरी में नई किताबों को खरीदने से पहले लाइब्रेरियन द्वारा इस संबंध में रिपोर्ट भी देनी होगी कि बेहद जरूरी किताबों को ही खरीदा जाए। पंजाब यूनिवर्सिटी द्वारा विभिन्न विभागों की लैब के बजट पर भी बड़ी कटौती का फैसला लिया गया है। विभागों के बजट में 40 फीसद तक कमी कर दी गई है। इस फैसले के बाद लैब में नए उपकरणों की खरीदारी पर भी काफी असर पड़ेगा, जो कि सीधे तौर पर रिसर्च कार्यों से जुड़ा हुआ है।

उधर, आर्थिक तंगी से निपटने के लिए फाइनेंस डिपार्टमेंट द्वारा सभी ऑफिसों के खर्चों में भी 10 फीसद तक कटौती करने का फैसला लिया गया है। अधिकारियों के अनुसार रूटीन खर्चों को कम करने के लिए सभी विभागाध्यक्ष को निर्देश जारी किए गए हैं, साथ ही खर्चों का समय समय पर ऑडिट कर रिपोर्ट फाइनेंस डिपार्टमेंट को भेजनी होगी। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने रूटीन खर्चों में भी 20 परसेंट तक कमी करने का लक्ष्य रखा है, ऐसे में पंजाब यूनिवर्सिटी को अधिकारियों पर होने वाले खर्चों में भी कमी करनी पड़ेगी। पंजाब यूनिवर्सिटी यूनिवर्सिटी में चल रहे विभिन्न प्रोजेक्टों को लेकर भी फाइनैंशल रिव्यू करने का फैसला लिया गया है।

रिसर्च लैब 6:00 बजे तक खोलने की मांग

पंजाब यूनिवर्सिटी यूनिवर्सिटी के शोधार्थियों द्वारा विभिन्न रिसर्च लैब के खुलने के समय को बढ़ाने की मांग की गई है । इस मामले में पंजाब यूनिवर्सिटी कुलपति प्रोफेसर राजकुमार से भी कुछ रिसर्च स्कॉलर ने मुलाकात की है। रिसर्च स्कॉलर का कहना है कि पंजाब यूनिवर्सिटी के विभागों में रिसर्च लैब को शाम 6 बजे तक खोलने की अनुमति दी जाए। शुक्रवार को पीयू कुलपति प्रोफेसर राजकुमार विभिन्न लैब में रिसर्च स्कॉलर से मिलने पहुंचे और उनकी समस्याओं को भी सुना, गौरतलब है कि बीते करीब 5 महीने से पंजाब यूनिवर्सिटी के सभी विभागों के रिसर्च लैब कोविड-19 के कारण बंद पड़ी थी, जिसे बीते कुछ दिन पहले ही कोविड-19 एसओपी के तहत फॉलो करते हुए शुरू किया गया है।

chat bot
आपका साथी