आंखें बंद करड्यूटी करती है चंडीगढ़ पुलिस!
कोरोना संकट के मद्देनजर लागू गाइडलाइन का पालन कराने के अलावा वीआइपी ड्यूटी सहित कानून-व्यवस्था के प्रति चंडीगढ़ पुलिस कितनी मुस्तैद है इसकी हकीकत शुक्रवार को साफ नजर आई।
कुलदीप शुक्ला, चंडीगढ़
कोरोना संकट के मद्देनजर लागू गाइडलाइन का पालन कराने के अलावा वीआइपी ड्यूटी सहित कानून-व्यवस्था के प्रति चंडीगढ़ पुलिस कितनी मुस्तैद है इसकी हकीकत शुक्रवार को साफ नजर आई। कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की सेक्टर-15 स्थित कांग्रेस भवन में ताजपोशी के कार्यक्रम के दौरान जिस तरह से गाइडलाइन की धज्जियां उड़ीं, उसे लेकर अब पुलिस की किरकिरी हो रही है। मामले में सवाल तब उठे जब पुलिस ने शुक्रवार रात इस केस में अज्ञात लोगों के खिलाफ कोरोना गाइडलाइन के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया। जबकि कार्यक्रम में हजारों की भीड़ के बीच मंच पर खुद पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह, पंजाब कांग्रेस के नए अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू सहित कई विधायक, मंत्री और पार्टी के सीनियर नेता मौजूद थे। इनमें से अधिकांश ने मास्क तक नहीं लगाया था। फिर भी ऐसा लगता है मानो चंडीगढ़ पुलिस की आंखों पर पट्टी बंधी रही।
कार्यक्रम मे पूर्व मुख्यमंत्री रजिदर कौर भट्टल और पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने भी शिकरत की थी। मगर अज्ञात पर केस दर्ज करने वाली यूटी पुलिस शायद इन नेताओं को नहीं पहचान सकी। पुलिस ने इस मामले में डिजास्टर मैनेजमेंट के तहत भी केस दर्ज किया है। मगर अभी तक इस संबंध में धारा 188 के तहत कोई भी गिरफ्तारी या चालान नहीं हुआ। यह हैं गाइडलाइन -
- कोविड प्रोटोकॉल के तहत किसी भी सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक कार्यक्रम के लिए प्रशासन से अनुमति लेनी पड़ेगी। ऐसे कार्यक्रम में दो सौ से ज्यादा लोग शामिल नहीं हो सकते।
- शहर में धारा 144 लागू है। इसके तहत एक स्थान पर पांच से ज्यादा लोग जमा नहीं हो सकते।
- मास्क और शारीरिक दूरी नहीं करने पर चालान के साथ कानूनी कार्रवाई के आदेश हैं।
- चंडीगढ़ में एडवर्टाइजमेंट एक्ट लागू हैं। इसके तहत सड़क, पार्क या किसी सार्वजनिक स्थान पर बैनर, होर्डिंग्स, फ्लैक्स लगाने के लिए नगर निगम से अनुमति लेनी होती है। इसका भुगतान भी करना पड़ता है। ताजपोशी कार्यक्रम में हुआ उल्लंघन
- कोविड प्रोटोकॉल के विपरीत नवजोत सिंह सिद्धू के कार्यक्रम में पांच हजार से ज्यादा लोग एकत्र हुए।
- शहर में धारा 144 लागू होने के बावजूद सेक्टर-15 स्थित कांग्रेस भवन समेत शहर में अन्य स्थानों पर बड़ी संख्या में कांग्रेस के नेता और कार्यकताओं की भीड़ नजर आई।
- कार्यक्रम में बड़े लीडर ने भी मास्क लगाना और शारीरिक दूरी की ओर ध्यान नहीं दिया। हालांकि सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह जरूर मास्क लगाए नजर आए।
- शहर में ताजपोशी कार्यक्रम को देखते हुए प्रमुख सड़कों पर कांग्रेस के बैनर, होर्डिंग्स और बड़ी संख्या में फ्लैक्स लगाए गए। इसकी नगर निगम से अनुमति नहीं ली गई। प्रशासन और पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल-
- प्रशासन ने बिना अनुमति होने वाले पूर्व निर्धारित ताजपोशी कार्यक्रम पर आपत्ति क्यों नहीं जताई ?
- चंडीगढ़ पुलिस ने तत्काल कार्रवाई क्यों नहीं की।?
- नगर निगम, पुलिस, डीसी ऑफिस के अधिकारियों ने मास्क, शारीरिक दूरी का चालान क्यों नहीं किया?
- ठेकों के बाहर खुलेआम शराब और बीयर पीने वालों पर अंकुश क्यों नहीं लगाया जा सका?
- साइकिल ट्रैक को पार्किंग बनाने वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई? कोविड नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। उनकी गिरफ्तारी करने के साथ चालान भी किया जाएगा।
- रामगोपाल, डीएसपी, पीआरओ चंडीगढ़ पुलिस। कार्यक्रम के लिए कोई मंजूरी नहीं ली गई थी। प्रशासन की गाइडलाइंस के मुताबिक किसी भी कार्यक्रम में सिर्फ 200 लोग शामिल हो सकते हैं।
- हरजीत सिंह संधू, एसडीएम सेंट्रल।