बैंक से फर्जी तरीके से लोन लेने वाला खुद को बताता था पत्रकार, गाड़ी पर लगा रखा था स्टीकर, आइकार्ड भी मिला

आरोपित एक बैंक से गाड़ी का लोन लेकर दूसरे बैंक में बैंक की एनओसी जाली बनवा लेता था और यह दिखाता था कि उस पर कोई लोन पेंडिंग नहीं है। ऐसे में कई बार लोन ले लेता था और फिर लोन की किश्तें नहीं चुकाता था।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Thu, 27 Jan 2022 10:08 AM (IST) Updated:Thu, 27 Jan 2022 10:08 AM (IST)
बैंक से फर्जी तरीके से लोन लेने वाला खुद को बताता था पत्रकार, गाड़ी पर लगा रखा था स्टीकर, आइकार्ड भी मिला
पुलिस ने आरोपित की निशानदेही पर कई लग्जरी गाड़ियां बरामद की है।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। ट्राईसिटी के बैंकों में फर्जी नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) लगाकर गाड़ियों के नाम पर लाखों का लोन लेकर बैंक फ्रॉड करने वाले आरोपित मुर्गई से कई चौंकाने वाले खुलासे पुलिस ने किया हैं। आरोपित मुर्गई अपने आप को पत्रकार बताता था। दिल्ली में आरोपित ने अपनी गाड़ी पर प्रेस का स्टीकर भी लगा रखा था, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। आरोपितों की निशानदेही पर फर्जी प्रेस आइकार्ड, स्टीकर सहित अन्य सामान भी बरामद हुआ है।

वहीं, मामले में गिरफ्तार दिल्ली निवासी सरित कुमार मुर्गई (50) जो पहले जीरकपुर स्थित किशनपुरा में रहता था। रिमांड के दौरान उसकी निशानदेही पर नोएडा व पंजाब के अलग-अलग हिस्सों से एंडेवर, फॉर्च्यूनर समेत पांच लग्जरी गाड़ियां मिली हैं। आरोपित से बरामद गाड़ियों की कीमत पुलिस ने 2 करोड़ के करीब की आंकी है। 12 दिन का पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद पुलिस ने आरोपित को दोबारा कोर्ट में पेश किया। जहां अदालत ने आरोपित को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

पुलिस का कहना है कि आरोपित एक बैंक से गाड़ी का लोन लेकर दूसरे बैंक में बैंक की एनओसी जाली बनवा लेता था और यह दिखाता था कि उस पर कोई लोन पेंडिंग नहीं है। ऐसे में कई बार लोन ले लेता था और फिर लोन की किश्तें नहीं चुकाता था। इसके बाद आरोपित फर्जी एनओसी के जरिए लोगों को सस्ते दाम में गाड़ियां बेच देता था। सरित कुमार मुर्गई की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को सेक्टर-20 स्थित बैंक ऑफ इंडिया से शिकायत मिली जिसमें उसने टाटा सफारी गाड़ी नंबर सीएच-01एवाई6500 पर लोन लिया था।

इंडस्ट्रियल एरिया स्थित एचडीएफसी बैंक से एंडेवर नंबर पीबी-65एक्स-8328 और कैनरा बैंक, एनएसी मनीमाजरा से महिंद्रा स्कॉर्पियो का लोन करवाकर किश्तें नहीं दी थी। वहीं, आरोपित ने गाड़ी को आगे किसी को बेच दिया था। आरोपित के खिलाफ मिली नई शिकायतों की जांच में पुलिस ने इन गाड़ियों को आरोपित की निशानदेही पर बरामद कर लिया। जिस समय पुलिस ने आरोपित को दिल्ली से गिरफ्तार किया तो पुलिस को उसके पास से एक रिट्ज गाड़ी बरामद भी मिली थी, जिसे आरोपित की अपनी बताई जा रही है।

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