दूसरों की सेहत के साथ खुद पर भी ध्यान दें डॉक्टर : श्रीश्री रविशंकर

इस दौरान उन्होंने डॉक्टर्स को टिप्स दिए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Feb 2019 10:56 PM (IST) Updated:Mon, 18 Feb 2019 10:56 PM (IST)
दूसरों की सेहत के साथ खुद पर भी ध्यान दें डॉक्टर : श्रीश्री रविशंकर
दूसरों की सेहत के साथ खुद पर भी ध्यान दें डॉक्टर : श्रीश्री रविशंकर

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पीजीआइ में सोमवार को श्रीश्री रविशंकर ने द आर्ट ऑफ लि¨वग की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने डॉक्टर्स को टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि डॉक्टर्स का पहला कर्म और धर्म दूसरों की सेहत का ख्याल रखना है, लेकिन उसके साथ खुद की सेहत भी बहुत जरूरी है। सर्वे में बताया जाता है कि दूसरों का इलाज करने वाले 65 प्रतिशत डॉक्टर्स खुद ही किसी न किसी बीमारी से पीड़ित हैं। जब खुद ही बीमार होंगे, तो दूसरे को क्या नसीहत देंगे। इसके लिए जरूरी है कि खुद भी स्वस्थ रहे। टेंशन फ्री रहें। दिल से बोली हुई बात का असर बहुत ज्यादा होता है। इसका अहसास इंसान खुद से ही कर सकता है। माता-पिता घर के माहौल में करें सुधार

जहां पर उन्होंने डॉक्टर्स को बेहतर काम करने के टिप्स देने के अलावा निजी जीवन को कैसे बेहतर तरीके से जीएं, के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि माता-पिता कहते हैं कि उनके बच्चे घर में नहीं टिकते हैं। उसका कारण माता-पिता खुद हैं, क्योंकि वह घर का माहौल ऐसा बना देते हैं कि बच्चे घर में रुकना नहीं चाहते। उनका घर रहने में दम घुटता है। घर में कोई बात ऐसी न करें कि घर में कलह हो। यह जिम्मेदारी मां-पिता की होती है, जिसे वे भूल रहे हैं। जब बच्चा घर आना नहीं चाहता, बाहर दूसरों की संगत में रहना चाहता है, तो नशे की लत में पड़ जाता है और उसके बाद मां-पिता रोते हैं कि बच्चा मानता नहीं है। जिसके लिए वह खुद जिम्मेदार होते हैं। ऐसे में घर की स्थिति को सुधारें। मौके पर उन्होंने कहा कि खुद खुश रहने के लिए जरूरी है कि आप आध्यात्मिक जीवन को जीएं। जो इंसान खुश रहता है, उसके साथ हर कोई रहना चाहता है। जिसके साथ दुनिया चले, वही सफल इंसान होता है।

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