चंडीगढ़ में Airtel के चार मोबाइल टावरों को गिराने का काम शुरु, निगम ने बताया था अवैध

नगर निगम ने टॉवर हटाने के लिए तीन दिन का समय दिया है। इस अभियान में फायर विभाग को भी मदद करने के लिए कहा गया है।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Sun, 02 Aug 2020 12:04 PM (IST) Updated:Sun, 02 Aug 2020 12:04 PM (IST)
चंडीगढ़ में Airtel के चार मोबाइल टावरों को गिराने का काम शुरु, निगम ने बताया था अवैध
चंडीगढ़ में Airtel के चार मोबाइल टावरों को गिराने का काम शुरु, निगम ने बताया था अवैध

चंडीगढ़, जेएनएन। नगर निगम ने एयरटेल कंपनी के चार माेबाइल टावर अवैध करार करते हुए उन्हें हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी है। रविवार सुबह से ही अतिक्रमण हटाओ दस्ते और रोड विंग के इंजीनियर्स ने इन्हें हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी थी। यह कार्रवाई निगर निगम कमिश्नर केके यादव के आदेश पर की जा रही है।

कमिश्नर की ओर से जारी आदेश के अनुसार टावर हटाने की कार्रवाई पर जो खर्च आएगा, वह भी कंपनी से लिया जाएगा। कमिश्नर की ओर से इन मोबाइल टावर हटाने के लिए तीन दिन का समय दिया है। फायर विभाग को भी इस अभियान में मदद करने के लिए कहा गया है।

शहर के इन इलाकों में गिराए जाएंगे टाॅवर

टावर हटने से लोगों की मोबाइल सर्विस भी प्रभावित हो सकती है। नगर निगम ने 17 जुलाई को एयरटेल कंपनी को नोटिस जारी किया था कि वह एक सप्ताह तक खुद ही यह मोबाइल टावर हटा ले। नगर निगम के अनुसार यह मोबाइल टावर औद्योगिक क्षेत्र में फेज-1 स्थित एलांते की पार्किंग एरिया में, दूसरा फेज-1 में ही ओपन एरिया में, जबकि तीसरा टावर सेक्टर-28 में न्यू वाटर पपिंग स्टेशन पर लगा है। चौथा मोबाइल टावर किशनगढ़ के कम्युनिटी सेंटर के भीतर लगा है। जिन्हें हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई  है।

मोबाइल टावराें को लगाने के लिए कंपनी ने नहीं ली एनओसी

नगर निगम का कहना है कि इससे पहले भी कंपनी को नोटिस जारी किए जाते रहे हैं, लेकिन यह अंतिम नोटिस है। नगर निगम के अनुसार कंपनी ने इन मोबाइल टावराें को लगाने के लिए नगर निगम से एनओसी नहीं ली है। जिस कारण इसे अवैध माना जा रहा है।

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