सर्जरी के बाद पेट में छोड़ दिया था 12 cm का पाइप, कंज्यूमर फोरम ने दिया ये आदेश
सर्जरी के बाद डॉक्टरों ने महिला के पेट में 12 सेमी की पाइप छोड़ दी।
चंडीगढ़, [राजन सैनी] । सर्जरी के बाद डॉक्टरों ने महिला के पेट में 12 सेमी की पाइप छोड़ दी। वह गाल ब्लैडर (पीत्त की थैली) में मौजूद पथरी का ऑपरेशन करवाने अस्पताल गई थी। जब इसका पता मरीज को चला तो उसकी शिकायत के बावजूद डॉक्टरों ने अपनी गलती मानने से इन्कार कर दिया। न्याय के लिए मरीज ने कंज्यूमर फोरम की शरण ली।
अब फोरम ने इस मामले में अस्पताल के सुपरिंटेंडेट और दो सर्जन पर चार लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। मामला चंडीगढ़ के सेक्टर-16 स्थित गवर्नमेंट मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल (जीएमएसएच) का है। फोरम ने मरीज को दो लाख रुपये मुआवजा राशि भी देने का आदेश दिया है। इसके अलावा दोषियों को उसे 50,000 रुपये केस खर्च अलग से देने होंगे। फोरम ने कहा है कि अस्पताल के सुपरिंटेंडेट और दोनों सर्जन डॉ. डाबर व डॉ. बाल 30 दिन के अंदर आदेश का पालन करें।
शिकायतकर्ता हिमाचल प्रदेश के जिला शिमला के गांव प्रेम नगर निवासी उषा वर्मा ने फोरम में याचिका दायर कर 19 लाख रुपये मुआवजे की मांग की थी। अपनी याचिका में बताया था कि दोनों सर्जन ने उनके दो ऑप्रेशन किए और इसके लिए उन्होंने 1,80,000 रुपये फीस ली। इसके साथ ही दवा पर अलग से रकम खर्च हुई। जब वह ऑपरेशन करवाने के लिए चंडीगढ़ आई तो यहां रहने और शिमला से आने-जाने में उनके 50 हजार रुपये खर्च हुए।
सर्जनों ने दिया यह जवाब
दोनों सर्जन ने अपने पक्ष में दलील देते हुए कहा कि उनके द्वारा ऑपरेशन से पहले और बाद में कोई लापरवाही नहीं बरती गई। जो पाइप मरीज के पेट में रह गई थी वह किसी कारण से टूटकर अंदर रह गई होगी। ऐसा मरीज के ज्यादा मूवमेंट के कारण हो सकता है। बताया कि उन्होंने जब सिटी स्कैन कराया तो उन्हें अंदर कुछ दिखाई दिया था। इसके लिए मरीज को ऑपरेशन करवाने की सलाह दी गई थी, लेकिन मरीज ने बार-बार यही कहा कि वह बिल्कुल ठीक है।
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