गारबेज प्लांट चलाने के लिए 13 कंपनियों ने किया आवेदन

डड्डूमाजरा के गारबेज प्लांट को वर्तमान स्थिति में चलाने और रखरखाव के लिए 13 कंपनियां सामने आई हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Feb 2021 06:20 AM (IST) Updated:Wed, 03 Feb 2021 06:20 AM (IST)
गारबेज प्लांट चलाने के लिए 13 कंपनियों ने किया आवेदन
गारबेज प्लांट चलाने के लिए 13 कंपनियों ने किया आवेदन

जासं, चंडीगढ़ : डड्डूमाजरा के गारबेज प्लांट को वर्तमान स्थिति में चलाने और रखरखाव के लिए 13 कंपनियां सामने आई हैं। इन कंपनियों ने नगर निगम को अपना प्रपोजल दिया है। कमिश्नर केके यादव ने अब यह तय किया है कि इन कंपनियों के आवेदन सदन की बैठक के सामने रखे जाएंगे, जिसमे पार्षद चर्चा के बाद तय करेंगे कि किस तकनीक के तहत कंपनी को प्लांट चलाने के लिए दिया जाए।

गारबेज प्लांट चलाने में इस समय नगर निगम पूरी तरह से असमर्थ हो रहा है। ऐसे में नगर निगम ने प्लांट को अपग्रेड करने और रखरखाव के लिए एक्सप्रेशन आफ इंटरेस्ट निकाला था। एक्सप्रेशन आफ इंटरेस्ट के लिए निकाले गए नोटिस में नगर निगम ने 25 जनवरी तक इच्छुक कंपनियां प्रपोजल देने के लिए कहा था। नगर निगम जिस कंपनी को प्लांट सौंपेगी वही प्लांट को अपग्रेड करेगी। पिछले साल जेपी कंपनी से एमसी ने प्लांट लिया था वापस

साल 2008 में इस दस एकड़ में बने प्लांट को जेपी कंपनी चला रही थी लेकिन पिछले साल जून माह में नगर निगम ने इस प्लांट को अपने हाथों में लिया था।तब से नगर निगम खुद ही प्लांट चला रही है। आइआइटी रुड़की की टीम से भी प्लांट का निरीक्षण करवाया जिन्होंने कहा कि गारबेज प्लांट को मशीनरी कंडम हो चुकी है जिसे अपग्रेड करने की जरूरत है। पिछले साल दिसंबर माह में राजबाला मलिक के कार्यकाल में हुई अंतिम सदन की बैठक में प्लांट को फिर से निजी हाथों में देने का पब्लिक नोटिस निकालने का प्रस्ताव पास किया गया था। इसके बाद अब एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट के लिए नोटिस निकाला गया था।

नहीं हुआ सुधार,80 टन कचना ही हो रहा है प्रोसेस

जब से नगर निगम ने गारबेज प्लांट पर कब्जा करते हुए जेपी कंपनी को बाहर किया है तब से नगर निगम खुद ही प्लांट चला रहा है, लेकिन प्लांट उसी तरह से ही चल रहा है जिस तरह से जेपी कंपनी चलाती थी। इस समय शहर से प्रतिदिन 480 टन कचरा निकलता है। मगर प्लांट मुश्किल से 80 टन कचरा ही प्रोसेस कर पा रहा है। जबकि इस समय खुद प्लांट चलाने से नगर निगम का हर माह लाखों रुपये का खर्चा भी बढ़ गया है। प्लांट संचालन के लिए आई 13 यह कंपनी

प्लांट के संचालन के लिए 13 कंपनियों ने आवेदन किया हैं। जिसमें नासिक की कंपनी नासिक वेस्ट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड, उत्तर प्रदेश की कंपनी स्टैंडर्ड ओटो गांरल इंजीनियर्स, दिल्ली की दया चरण एंड कंपनी, पंचकूला की सुंताल लाइफ, हैदराबाद की हैदराबाद इंटीग्रेटेड एमएसडब्ल्यू प्राइवेट लिमिटेड, चंडीगढ़ की इंडिपेंडेंट बिजनेस मशीन, द ऑल्टरिस्ट टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड, लुधियाना की बादशाह एनर्जी, मुम्बई की आर्गेनिक रिसाइकिलिग सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड, मोहाली की ड्रॉस मैनेजमेंट सिस्टम एंड एनर्जी, पुणे की आदर्श भारत एनवायरो प्राइवेट लिमिटेड, आईआईटी मुम्बई की प्लाज्मा गैसीफिकेशन क्वांटम इंफ्रा एंड सोलर पावर, हिदुस्तान वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट प्राइवेट लिमिटेड ने आवेदन किया है। इन सभी कंपनियों की टेक्निकल व फाइनेंशियल बिड देखी जाएगी। उसके बाद सदन में एजेंडा लाया जाएगा।

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