रासायनिक खादों के चलते दूध भी बन चुका है जहर : डॉ. कंबोज

जागरण संवाददाता, मोहाली फलों पर हो रहे रसायनों के अंधाधुंध इस्तेमाल और उससे नुकसान पर चर्चा करने

By Edited By: Publish:Fri, 17 Apr 2015 08:15 PM (IST) Updated:Fri, 17 Apr 2015 08:15 PM (IST)
रासायनिक खादों के चलते दूध भी बन चुका है जहर : डॉ. कंबोज

जागरण संवाददाता, मोहाली

फलों पर हो रहे रसायनों के अंधाधुंध इस्तेमाल और उससे नुकसान पर चर्चा करने के लिए चंडीगढ़ गु्रप ऑफ कॉलेजिस के झजेड़ी कॉलेज में कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। इसमें नई दिल्ली से इंडियन एग्रीकल्चर रिसर्च इस्टीट्यूट के प्रिंसीपल डॉ. दिनेश कुमार, करनाल नेशनल डेयरी रिसर्च इस्टीट्यूट के सीनियर साईटिस्ट डॉ. मदन लाल कंबोज, पीएयू लुधियाना के सीनियर एनटोमोलाजिस्ट डॉ. गुरजंट सिंह आदि ने इस संवेदनशील मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त किए। काफ्रेंस में सीजीसी के एग्रीकल्चर (बीएससी) के विद्यार्थियों ने भी हिस्सा लिया।

विशेषज्ञों ने जैविक व प्राकृतिक कृषि के लाभ व रासायनिक खाद से होने वाले नुकसान से अवगत कराया। उन्होंने जैविक व प्राकृतिक कृषि से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। डॉ. दिनेश कुमार ने विद्यार्थियों को कृषि विभिन्नता व कीटों के जीवन चक्र की जानकारी दी। उन्होंने डेयरी व पॉल्ट्री फार्मिग को जैविक तरीके से करने के तरीके शेयर किए। डॉ. कंबोज ने बताया कि रासायनिक खाद के अंधाधुध उपयोग के चलते आज दूध भी जहर बन चुका है और इसके भयानक परिणाम आने वाली पीढ़ी को भुगतने पड़ेंगे। डॉ. गुरजंट सिह ने विद्यार्थियों को मधुमक्खी पालन व जैविक तरीके से इसके उपयोग की जानकारी दी।

सीजीसी के प्रेसिडेट रशपाल सिंह धालीवाल ने कहा कि पंजाब की कृषि में आ रहा बदलाव चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि वे चाहते है कि पंजाब की कृषि को एक आधुनिक रूप देते हुए किसानी को नया जीवन दिया जाए। इसी बात को ध्यान में रखते हुए झजेड़ी कॉलेज में बीएससी एग्रीकल्चर का कोर्स शुरू किया गया है। उन्होंने भी जैविक खेती पर जोर दिया।

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