खरड़ में एटीएम लूटने की नाकाम कोशिश
संवाद सहयोगी, खरड़ : चौबीस घटे पूरी तरह यातायात से व्यस्त रहने वाली खरड़ -मोहाली रोड के निकट (मुंडी
संवाद सहयोगी, खरड़ : चौबीस घटे पूरी तरह यातायात से व्यस्त रहने वाली खरड़ -मोहाली रोड के निकट (मुंडी खरड़) स्थित स्टेट बैंक ऑफ पटियाला के एटीएम को लूटने की नाकाम कोशिश के दौरान वहा आग लग गई। इससे घटना को अंजाम देने आए चोर को मजबूरी वश वहा से खाली हाथ भागना पड़ा। घटना संबधी विस्तार से जानकारी देते हुए बैंक के शाखा प्रबंधक सुनील बासल ने बताया कि एटीएम केबिन जो कि रात 10 बजे से सुबह तक बंद रहता है। आज हर रोज की तरह जब करीब सवा 9 बजे वह बैंक पहुंचे। तो शट्टर खोलते वक्त पता लगा कि शट्टर के दोनों कुंडे गैस कटिंग द्वारा कटे हुए हैं। अंदर देखने पर नजर आया कि मशीन आग से सुलग रही थी, जिसमें से धुआं निकल रहा था। उन्होंने तुरन्त आग पर काबू पाया और इसकी सूचना सिटी पुलिस को दी।
सीसीटीवी फुटेज में उक्त नाकाबपोश चोर लोहे की राड के साथ के एटीएम के अंदर आधी रात को 1:56 बजे दाखिल हुआ। जिसने मंकी कैप पहन रखी थी। एटीएम से नकदी चोरी करने की कोशिश रात को 2:50 बजे तक जारी रही। इसके बाद में नाकाबपोश चोर ने लोहे की राड की सहायता से कैमरे का मुंह दूसरी तरफ घुमा दिया, जबकि केबिन के अंदर सामने लगे दूसरे कैमरे की हार्ड डिस्क बाद में गैस कटिंग के दौरान लगी आग जिसमें उक्त चोर की सामने की सारी हरकत कैद थी। आग का शिकार हो गई। नाकाबपोश व्यक्ति द्वारा नकदी लूटने में नाकाम होने पर गैस कटिंग से मशीन को काटने की कोशिश की तो मशीन को आग लग गई। आग लगने के वाद चोर वहा से भाग निकला। बैक अधिकारी के मुताबिक उन्होंने बैंक के माहिर इंजीनियरों को सूचित किया है। जो कि दो दिन बाद में यहा आने पर ही मशीन में कैश संबंधित जानकारी पता लग सकेगी। एटीएम में 10 से 11 लाख के करीब की नकदी मौजूद थीं।
इस संदर्भ में थाना प्रभारी इंसपेक्टर मंजीत सिंह ने बताया कि पुलिस घटना की हर पहलू की जाच कर रही है। वारदात को अंजाम देने वाले नाकाबपोश चोर के खिलाफ धारा 380, 427, 511 अधीन मामला दर्ज किया जा रहा है। उम्मीद है कि फुटेज के आधार पर दोषी को जल्द काबू कर लिया जाएगा। गौरतलब है कि एक तरफ पुलिस रात के समय गश्त करने का दावा करती है, लेकिन बीती रात हुई व इससे पहले सैंट्रल बैंक में इस तरह की घटना ने यह बात साबित कर दिया है कि पुलिस मुस्तैदी में कई छेद हैं। समय रहते इसे दूर न किया गया तो असामाजिक तत्वों के हौसले और बुलंद हो सकते हैं।