क‌र्फ्यू के प्रति गंभीर नहीं सीमावर्ती गांवों के लोग

सरदूलगढ़ रोड स्थित गांव नथेहा और सींगो बठिडा जिले और पंजाब के सीमावर्ती गांव हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 31 Mar 2020 04:49 PM (IST) Updated:Wed, 01 Apr 2020 06:05 AM (IST)
क‌र्फ्यू के प्रति गंभीर नहीं सीमावर्ती गांवों के लोग
क‌र्फ्यू के प्रति गंभीर नहीं सीमावर्ती गांवों के लोग

सुभाष चंद्र/गुरजंट,बठिडा/तलवंडी साबो : सरदूलगढ़ रोड स्थित गांव नथेहा और सींगो बठिडा जिले और पंजाब के सीमावर्ती गांव हैं। गांवों में बेशक तमाम दुकानें बंद हैं, लेकिन गलियों में ग्रामीणों की चहलकदमी, मोड़ों पर खड़े होकर गप्पे हांक रहे आधा-आधा दर्जन युवकों की टोलियां तथा चौपालों में बैठकर ताश कूट रहे लोगों के दृश्यों से ऐसा लगता ही नहीं है कि क‌र्फ्यू लगा हुआ है। उनकी इन गतिविधियों से स्पष्ट है कि लोग कोरोना के कहर के प्रति गंभीर नहीं है। पुलिस भी केवल मुख्य सड़क पर नाकों तक सीमित है। उसकी गांवों में गश्त न के बराबर नजर आती है। कभी कभार पुलिस गांवों में चक्कर लगाती है तो इस दौरान लोग अपने घरों के अंदर घुस जाते हैं, लेकिन जैसे ही वे आगे निकल जाते हैं, तो फिर से सड़क पर आ जाते हैं। हालांकि किसानों और मजदूरों को पशुओं के लिए चारा आदि लाने की सुबह और शाम को मौखिक रूप में कुछ घंटों की छूट दी हुई है, लेकिन यहां पर किसी भी समय खेतों को जा रहे और आ रहे किसानों व महिलाओं को देखा जा सकता है। सुबह और शाम को खाने-पीने की वस्तुओं की दुकानें भी खुल जाती हैं। बेशक कामकाज ठप होने के कारण गरीब लोगों के पास राशन खरीदने के लिए पैसों की खासी दिक्कत है। प्रशासन की तरफ से इन गांवों में लोगों को अपने-अपने घरों में रहने की अपीलें भी की जा रही हैं। परंतु इसका असर बहुत ही दिखाई पड़ रहा है। गरीब लोगों को आ रही

है राशन की दिक्कत गांव नथेहा की गरीब घर की महिला गुरमीत कौर ने कहा कि राशन की बड़ी दिक्कत हो गई है। दुकान से सामान खरीदने के लिए अब पैसे नहीं हैं। कामकाज बिलकुल ठप है। प्रशासन की तरफ से भी राशन नहीं मिल रहा है। जबकि समाजसेवी संगठनों के सदस्य भी अपनी जान-पहचान वाले ही घरों को ही राशन दे रहे हैं। गांव सींगो मंडी में बिजली का काम करने वाले चरनजीत सिंह ने भी कहा सरकार या जिला प्रशासन की तरफ से जरूरतमंदों की कोई मदद नहीं की जा रही है। केवल समाजसेवी संगठनों से ही लोगों को कुछ मदद मिल रही है। कुछ दुकानों वाले सब्जियां और राशन भी महंगा बेच रहे हैं। इसकी भी समाज सेवी ही सप्लाई कर रहे हैं।

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