सीपीएफ का एरियर अदा करने को लेकर किया प्रदर्शन

प्रिसिपल ऑफिस में धरना लगाकर डीएवी मैनेजमेंट के खिलाफ रोष जताया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Oct 2019 07:29 PM (IST) Updated:Tue, 15 Oct 2019 07:29 PM (IST)
सीपीएफ का एरियर अदा करने को लेकर किया प्रदर्शन
सीपीएफ का एरियर अदा करने को लेकर किया प्रदर्शन

संस, बठिडा : डीएवी कॉलेज रिटायर्ड एसोसिएशन की बठिडा इकाई की ओर से डीएवी कॉलेज प्रिसिपल ऑफिस में धरना लगाकर डीएवी मैनेजमेंट के खिलाफ रोष जताया। एसोसिएशन की ओर से कॉलेज के प्रिसिपल डॉ. संजीव शर्मा को डीएवी मैनेजमेंट के नाम अपनी मांगों का ज्ञापन भी सौंपा गया। इस दौरान रिटायर्ड डीएवी अध्यापकों ने रोष जताया कि कि पंजाब के गवर्नर व पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के चांसलर की ओर से 7 सितंबर 1982 को जारी पत्र जारी कर पंजाब के एडेड कॉलेजों के अध्यापकों को पूरा वेतन 10 प्रतिशत सीपीएफ काटने को मंजूरी दी थी। इसकी अनुशंसा पंजाब सरकार के वित्त विभाग ने भी की थी।

इस दौरान प्रदेश प्रधान प्रो. रजनीश कुमार ने कहा कि वह अपनी इस मांग के बारे में पंजाब के गवर्नर वीपी बदनौर और डीएवी कॉलेज मैनेजिग कमेटी नई दिल्ली के प्रधान डॉ. पूनम सूरी से कई बार मिलकर बात कर चुके हैं, लेकिन उनके मसले का अभी तक कोई समाधान नहीं किया गया। लेकिन बठिडा इकाई के प्रधान प्रो. डीआर सिगला व सचिव प्रो. आईके सुर्खजी ने मैनेजमेंट पर भेदभाव के आरोप लगाते हुए कहा कि डीएवी मैनेजमेंट द्वारा पंजाब यूनिवर्सिटी से संबंधित डीएवी कॉलेजों के रिटायर्ड अध्यापकों को सीपीएफ के एरियर की पहली किश्त जारी की जा चुकी है जबकि पंजाबी यूनिवर्सिटी व गुरुनानक देव यूनिवर्सिटी से संबंधित डीएवी कॉलेजों के रिटायर्ड अध्यापकों को यह लाभ देने से आनाकानी की जा रही है।

वहीं प्रेस सचिव प्रो. एनके गोसाई ने कहा कि रिटायर्ड अध्यापक पेंशन लाभ न होने की वजह से पहले से ही उम्र के इस पड़ाव में अपना गुजारा बड़ी मुश्किल से कर रहे हैं, वहीं मैनेजमेंट द्वारा 1 अप्रैल 1984 से मिलने वाले सीपीएफ के लाभांश की अदायगी नहीं की जा रही।

उन्होंने मैनेजमेंट से मांग की रिटायर्ड अध्यापकों की मांगों को पूरा किया जाए नहीं तो उनकी ओर से संघर्ष तेज किया जाएगा।

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