वेबकास्टिग व सीसीटीवी कैमरों से चुनाव आयोग रहेगी पोलिग बूथों पर नजर

संवेदनशील व अतिसंवेदनशील पोलिग बूथों पर नजर रखने के लिए सीसी कैमरे लगाए जाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 May 2019 06:49 PM (IST) Updated:Tue, 14 May 2019 06:27 AM (IST)
वेबकास्टिग व सीसीटीवी कैमरों से चुनाव आयोग रहेगी पोलिग बूथों पर नजर
वेबकास्टिग व सीसीटीवी कैमरों से चुनाव आयोग रहेगी पोलिग बूथों पर नजर

नितिन सिगला, बठिडा : संवेदनशील व अतिसंवेदनशील पोलिग बूथों पर नजर रखने के लिए सीसी कैमरे लगाए जाएंगे। बठिडा लोकसभा क्षेत्र के 1729 बूथों में से पचास फीसदी बूथों पर वेबकास्टिग व सीसीटीवी कैमरों से का प्रबंध किया जाएगा। वेबकास्टिग के तहत बूथ में लगे कैमरों का कंट्रोल डीसी ऑफिस या सीईओ ऑफिस के पास रहेगा। किसी भी चुनाव में यह पहली बार होगा कि बूथों में कैमरे लगाए जा रहे हैं। कैमरे लगाने वाली कंपनी ने बीएलओ और चुनाव स्टाफ को इसके प्रसारण की जानकारी भी देनी शुरू कर दी है। पोलिग स्टाफ के इंचार्ज को कैमरे चलाने के लिए डिवाइस एक्टिव करने का ढंग भी बताया जाएगा। पोलिग वाले दिन चुनाव अधिकारी उसे ऑनलाइन एक्टिव कर देगा और वहां की स्थिति लाइव चुनाव अधिकारियों के पास पहुंचती रहेगी। बता दें कि चुनाव आयोग ने हर प्रिजाइडिग अधिकारी को कैमरों की फिटिग करने की ट्रेनिग देने का निर्णय लिया था लेकिन प्रिजाइडिग अधिकारियों ने कैमरे फिट करने के लिए असहमति जताई थी, जिसके बाद आयोग को इन कैमरों को फिट करने के लिए प्राइवेट कंपनी को हायर करना पड़ा। इन कैमरों की पकड़ में सारा पोलिग स्टाफ होगा ताकि पोलिग स्टेशन के अंदर तैनात कोई कर्मचारी या राजनीतिक दलों की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके।

पंजाब में हायर की गई एक कंपनी

चुनाव के दौरान पोलिग बूथों पर होने वाली गड़बड़ी को रोकने के लिए चुनाव आयोग ने वेबकास्टिग के जरिए नजर रखने का योजना बनाई है। इसके तहत लगभग आधे बूथों पर कैमरों के जरिये चुनाव आयोग की वेबसाइट पर लाइव टेलीकास्ट होगा। जिसे देखने की सुविधा रिटर्निंग अफसर, जिला चुनाव अफसर व राज्य चुनाव अफसर के साथ चुनाव आयोग के पास भी रहेगी। किन-किन बूथों पर वेबकास्टिग होगी, इसकी तैयार की जा रही है। बाकी बूथों पर चुनाव आयोग केंद्रीय सुरक्षा बलों, केंद्र सरकार के महकमों के कर्मचारियों के जरिए निष्पक्ष व शांतिपूर्ण मतदान को यकीनी बनाएगा। चुनाव आयोग ने राज्य के मुख्य चुनाव अफसर के जरिए एक कंपनी हायर की है। जो चुने हुए बूथों के अंदर कैमरे लगाएगी। जिसके जरिए मतदान कर्मचारियों व वोट डालने आने वाले वोटरों को देखा जाएगा। हालांकि यह कैमरे ईवीएम की तरफ फोकस नहीं होंगे, ताकि वोटर के मतदान की गोपनीयता बरकरार रहे। इसका लाइव टेलीकास्ट चुनाव आयोग की वेबसाइट पर होगा। इसे देखने के लिए आयोग पासवर्ड जारी करेगा, जो सिर्फ अधिकारी ही देख सकेंगे।

गड़बड़ी दिखी तो करेंगे अलर्ट

वेबकास्टिग के जरिये होने वाले लाइव टेलीकास्ट में यह देखा जाएगा कि पोलिग बूथ के भीतर कहीं कोई गड़बड़ी न हो। वोटर को बिना वजह रोका या फिर किसी तरह का दबाव न डाला जाए। अगर कहीं ऐसा दिखा तो तुरंत जिला चुनाव अफसर और हलके के रिटर्निंग अफसर को अलर्ट किया जाएगा। जो मौके पर तैनात सुरक्षा व चुनाव अफसरों को बूथ में भेजने के साथ खुद भी मौके पर जाकर चेकिग करेंगे। किसी तरह गड़बड़ी की शिकायत आई तो रिकॉर्डिंग भी सुरक्षित रखी जाएगी। वेबकास्टिग के जरिए पोलिग बूथ में लगी लाइनों पर भी चुनाव आयोग की नजर रहेगी, ताकि कहीं भी वोटिग प्रक्रिया धीमी न हो और लोगों को बूथ पर कोई दिक्कत न हो। खासकर, वोटिग का टाइम खत्म होने के बाद भी जो लोग लाइन में लगे रहेंगे, उनका लाइव टेलीकास्ट भी चुनाव आयोग देखेगा ताकि वहां पहुंच चुके हर वोटर को वोट डालने का मौका मिल सके। चुनाव आयोग की तैयारियों के मुताबिक वोटिग की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के मकसद से जल्द ही लोगों को भी यह सुविधा मिल सकती है। इसके लिए चुनाव आयोग सर्वर को मजबूत करेगा। इससे लोग वोटिग प्रक्रिया से यह भी देख सकेंगे कि पोलिग बूथ के बाहर लोगों की कितनी लंबी लाइन लगी है।

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