अस्पताल में तड़प रहे मरीज, थर्मल प्लांट तोड़ने में फूंकी जा रही आक्सीजन

जिले में शनिवार से आक्सीजन की किल्लत पैदा सकती है क्योंकि आक्सीजन ट्रेडर्स को बद्दी से मिलने वाली आक्सीजन की सप्लाई नहीं मिल रही।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 05:38 AM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 05:38 AM (IST)
अस्पताल में तड़प रहे मरीज, थर्मल प्लांट तोड़ने में फूंकी जा रही आक्सीजन
अस्पताल में तड़प रहे मरीज, थर्मल प्लांट तोड़ने में फूंकी जा रही आक्सीजन

गुरप्रेम लहरी बठिडा

जिले में शनिवार से आक्सीजन की किल्लत पैदा सकती है, क्योंकि आक्सीजन ट्रेडर्स को बद्दी से मिलने वाली आक्सीजन की सप्लाई नहीं मिल रही। ऐसे में उनके पास सिर्फ एक दिन का ही स्टाक बचा है। दरअसल, कोरोना महामारी के बढ़ने के कारण आक्सीजन की लागत बढ़ गई है। साथ ही आक्सीजन की सप्लाई बंद होने से मुसीबत और भी बढ़ गई है। बठिडा में आक्सीजन गैस के 16 टन के एक टैंकर की एक सप्ताह में खपत होती थी, लेकिन इस समय यह टैंकर सिर्फ चार दिन ही चल रहा है। आक्सीजन की कमी को लेकर वीरवार को जिले के आक्सीजन ट्रेडर्स ने डीसी बी श्रीनिवासन के साथ बैठक की और उनको मौजूदा स्थिति से अवगत करवाया। डीसी ने ने उनको आक्सीजन उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है। उधर, प्रदेश भर में आक्सीजन की किल्लत है, लेकिन बठिडा के गुरु नानक देव थर्मल प्लांट को तोड़ने के काम में ही हर रोज 400 सिलेंडर खपत किए जा रहे हैं। आक्सीजन की किल्लत के बावजूद थर्मल को तोड़ने का काम बादस्तूर जारी है, जबकि अस्पतालों में मरीज आक्सीजन के लिए तड़प रहे हैं।

बठिडा की फैक्ट्री में आक्सीजन बनाने का काम शुरू

डीसी बी श्रीनिवासन ने बताया कि बठिडा में आक्सीजन की फैक्ट्री लग चुकी है और उसने आक्सीजन को बनाने का काम शुरू कर दिया है। ऐसे में बठिडा में आक्सीजन की कमी नहीं आएगी। हालांकि सूत्र बताते हैं कि इस नई फैक्ट्री को सही तरीके से काम करने में अभी समय लगेगा। फिल्हाल वह बठिडा की डिमांड को पूरा करने में सक्षम नहीं है। अस्पतालों को भी नहीं मिल रही आक्सीजन

जिले के आक्सीजन ट्रेडर्स ने बताया कि बठिडा में आक्सीजन की सप्लाई न मिलने के कारण उनके पास अब अस्पतालों के लिए भी आक्सीजन नहीं है। ऐसे में उन्होंने वीरवार को कई अस्पतालों को आक्सीजन देने से जवाब दिया है।

- कितनी हैरानी की बात है कि पंजाब के लोग आक्सीजन की कमी से मर रहे हें और बठिडा के थर्मल प्लांट को तोड़ने पर हर रोज 400 सिलेंडरों को बर्बाद किया जा रहा है। यह काम तुरंत प्रभाव से बंद किया जाना चाहिए। लोगों की जान जरूरी है न कि थर्मल को तोड़ना।

-गुरप्रीत सिंह चंदबाजा, भाई घन्हैया कैंसर रोको सेवा सोसायटी हमने पंजाब के आक्सीजन सप्लायरों के साथ बात की है। उन्होंने बताया कि पूरे पंजाब में सिर्फ एक या दो दिन का ही स्टाक है। ऐसे में इंडस्ट्री में इस्तेमाल की जाने वाली आक्सीजन को तत्काल प्रभाव से बंद किया जाना चाहिए। हरियाणा सरकार ने पंजाब को आक्सीजन की सप्लाई बंद कर दी है। कैप्टन अमरिदर सिंह को चाहिए कि वह तुरंत इस पर एक्शन लें।

- कुलतार सिंह संधवा,विधायक,कोटकपूरा गैस की दिक्कत पूरे देश में है। बद्दी से आने वाली आक्सीजन की सप्लाई बंद हो चुकी है। अब स्थानीय स्तर पर ही इसका प्रबंध करना पड़ेगा।

सी सिबन, डायरेक्टर-कम-सचिव, उद्योग विभाग पंजाब

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