अब से घर बैठकर सुनेंगे बच्चे कहानियां

पुराने जमाने में दादा-दादी व नाना-नानी की ओर से कहानी सुनाई जाती थी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 17 Nov 2020 11:34 PM (IST) Updated:Tue, 17 Nov 2020 11:34 PM (IST)
अब से घर बैठकर सुनेंगे बच्चे कहानियां
अब से घर बैठकर सुनेंगे बच्चे कहानियां

संस, बठिडा : पुराने जमाने में दादा-दादी व नाना-नानी की ओर से कहानी सुनाई जाती थी। बच्चे रोज सुना करते थे। इससे बच्चों को काफी कुछ सीखने को मिलता था। अब शिक्षा विभाग ने भी बच्चों की मानसिक सेहत का ख्याल रखते हुए कहानी सुनाने का प्रोजेक्ट शुरू किया है। इसका उद्देश्य बच्चों की मानसिक सेहत व सुरक्षा के मुद्दों पर बच्चों में जागरूकता पैदा करना है। यह प्रोजेक्ट के तहत लाइव एपिसोड यूट्यूब, फेसबुक व टिवटर व इंस्टाग्राम पर कई भाषाओं में प्रकाशित करेगा। यह एपिसोड समय समय पर डाले जाएंगे।। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य बच्चों को हर परिस्थिति से लड़ने के लिए प्रेरित किया जाएगा। सभी कहानियां कोविड महामारी को समझने में बच्चों में पड़े भुलेखे पर केंद्ररित होंगी, ताकि बच्चे अपनी चिता छोड़ आगे बढ़े। इसके अलावा ऐसी परिस्थितियों में कैसे कार्य किया जाता है, इसकी जानकारी दी जाएगी घर पर रह कर बच्चे मानसिक तौर पर हुए परेशान

कोविड 19 के बाद बच्चे अभी तक घर पर बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं। जिस कारण बच्चों की मानसिकता पर काफी बुरा असर पड़ा है। इसलिए शिक्षा विभाग को यह अहम फैसला लेना पड़ा है, ताकि बच्चों की मानसिकता को ठीक किया जा सके। शिक्षा विभाग के अनुसार बच्चों की इस समय कोई फिजिकल गतिविधियां भी नहीं हो पा रही है। विद्यार्थी पढ़ाई के अलावा कुछ अलग कुछ कर नहीं पा रहे। कहानी के माध्यम से विद्यार्थियों को अलग तरीके से कई चीजों से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। कहानी सुनकर विद्यार्थी कुछ नया सोचेंगे समझेंगे। विद्यार्थियों की एक अच्छी सोच बनेगी।

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