सीवरेज टैंक में गिरने से बच्चे की मौत

ब¨ठडा : मानसा रोड स्थित ग्रोथ सेंटर में पीएसआईसी की गलती के कारण खुले पड़े सीवरेज टैंक ने तीन वर्षीय बच्चे की जान ले ली।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 Dec 2018 12:05 AM (IST) Updated:Tue, 11 Dec 2018 12:05 AM (IST)
सीवरेज टैंक में गिरने से बच्चे की मौत
सीवरेज टैंक में गिरने से बच्चे की मौत

जागरण संवाददाता, ब¨ठडा :

मानसा रोड स्थित ग्रोथ सेंटर में पीएसआईसी की गलती के कारण खुले पड़े सीवरेज टैंक ने तीन वर्षीय बच्चे की जान ले ली। अब बच्चे की मौत के बाद सांप के जाने के बाद लकीर पीटने की कहावत की तरह पीएसआईईसी भी हरकत में आएगा और इस ओपन टैंक को ढकने का काम शुरु करेगा। इससे पहले ग्रोथ सेंटर इंडस्टीयलिस्ट्स द्धारा बार-बार कहने के बावजूद इसको ढका नहीं गया। पीएसआईईसी के अधिकारियों की लापरवाही के कारण मासूम की जान गई। पुलिस ने भी इस मासूम की मौत के जिम्मेदार पीएसआईईसी के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाए 174 के तहत कार्रवाई करके मामले को रफा-दफा कर दिया। पीएसआईईसी के अधिकारी इस मामले को नगर निगम पर डाल रहे हैं। उनका कहना है कि यह ग्रोथ सेंटर नगर निगम को हैंडओवर कर दिया गया है।

-बिहार के रहने वाले हैं माता-पिता

मृतक बच्चा अंशु कुमार ग्रोथ सेंटर के पास स्थित साई नगर निवासी अंकू कुमार का बेटा था। मूल रूप से यह परिवार बिहार के जिला गया के गांव पथरी (पोस्ट आफिस फतेहपुर) का रहने वाला है। परिवार पिछले करीब दस वर्ष से साई नगर में ही रह रहा है। बच्चे का पिता अंकू कुमार वर्धमान स्पि¨नग मिल में काम करता है। परिवार के अनुसार तीन वर्षीय बच्चा अंशु बीते रविवार की शाम को अचानक लापता हो गया था। उसकी काफी जगह पर रात भर तलाश की गई। लेकिन कुछ पता नहीं चला। यहां तक कि पास से गुजरने वाले गंदे नाले में भी दूर तक उसे ढूंढा गया, लेकिन फिर भी कोई सुराग नहीं मिला। सोमवार की सुबह साईं नगर के पास से गुजरने वाले रजबाहे और गंदे नाले के दूसरी ओर ग्रोथ सेंटर में तलाश शुरु की गई तो वहां पर सीवरेज एक बड़े टैंक के पानी पर उसकी चप्पलें तैरती हुई दिखाई पड़ी। इसके बाद सहारा जन सेवा की टीम को सूचित किया गया। सहारा जन सेवा की लाइफ से¨वग बिग्रेड टीम और सहारा रेस्क्यू वैन टीम मेंबर जग्गा, मनी शर्मा व गौतम गोयल सामग्री लेकर तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और सीवरेज टैंक में बच्चे की तलाश शुरु की। कुछ ही समय में बच्चे को मृत अवस्था में बाहर निकाल लिया गया। बताया जाता है कि बीते बच्चे की मां अन्य महिलाओं के साथ ग्रोथ सेंटर से लकड़ियां लेने गई थी। अनुमान लगाया जा रहा है कि उनके पीछे-पीछे चला गया होगा और बच्चा वहां पर स्थित सीवरेज टैंक में गिर गया। चूंकि सीवरेज टैंक जहां ऊपर से नंगा था, वहीं चारदीवारी भी नहीं है।

--सीवरेज टैंकों की चार दीवारी करने की मांग

पारिवारिक सदस्यों अनुसार साईं नगर के अधिकतर लोग रजबाहे के ऊपर रखे हुए बिजली के खंबों से ग्रोथ सेंटर में आते जाते रहते हैं। ग्रोथ सेंटर में सीवरेज के कई टैंक बने हुए हैं, लेकिन सभी नंगे हैं और चारदिवारी भी नहीं है। सहारा जन सेवा ने भी जिला प्रशासन से इन वाटर टैंकों की चारदिवारी करने की मांग की है, ताकि भविष्य में इस तरह की कोई घटना न हो। थाना सदर पुलिस ने सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम कराकर और सीआरपीसी की धारा 174 के तहत कार्रवाई कर शव परिजनों को सौंप दिया। -चारदीवारी करने को कई बार लिखा

चैंबर ऑफ कॉमर्स इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष राम प्रकाश ने बताया कि पूरे ग्रोथ सेंटर की स्थिति बदहाल है। सेंटर में एक वाटर व‌र्क्स का और एक सीवरेज का टैंक बना हुआ है। दोनों ही ऊपर से खुले हैं। चारदीवारी भी कोई नहीं है। नगर निगम के मेयर, कमिश्नर, पीएसआइइसी के अधिकारियों के अलावा क्षेत्र के विधायक एवं वित्तमंत्री मनप्रीत ¨सह बादल को भी यहां की हालत सुधारने के लिए पत्र लिख चुके हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। सीवरेज के इस टैंक में केवल कारगिल फीड फैक्ट्री सहित दो तीन और फैक्ट्रियों का गंदा पानी ही जाता है। अन्य फैक्ट्रियों का गंदा इधर-उधर खाली प्लाटों में फैला रहता है। 400 एकड़ में लगी हुई तमाम फैक्ट्रियों के मालिक इन व्यवस्थाओं से दुखी हैं। लेकिन बिलकुल सुनवाई नहीं हो रही। इन टैंकों की चारदिवारी के लिए भी कई बार कहा गया। परंतु किसी ने नहीं सुनीं।

--ग्रोथ सेंटर में सीवरेज के टैंक ही नहीं- एक्सईएन

नगर निगम के एक्सईएन संदीप गुप्ता ने कहा कि ग्रोथ सैंटर में सीवरेज का कोई टैंक ही नहीं है। उनको ढकने की तो बात दूर की है। जब उनको बताया गया कि उस टैंक में डूबने से एक बच्चे की मौत हो गई है तो उनका कहना था कि मैं इसको चैक करवाता हूं।

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