इमरजेंसी में कहां से किस ग्रुप का ब्लड मिलेगा, एप करेगा मदद

इमरजेंसी और दुर्घटना की हालत में रक्‍त की जरूरत पड़ने पर अब भटकना नहीं पडे़गा। बठिंडा के बीटेक के एक छात्र ने इसक लिए एक ऐप विकसित किया है‍ जिससे पंजाब के किसी भी शहर में उपलब्‍ध रक्‍तदाताओं के बारे में तुरंत जानकारी मिल जाएगी।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Fri, 05 Feb 2016 01:50 PM (IST) Updated:Sat, 06 Feb 2016 11:04 AM (IST)
इमरजेंसी में कहां से किस ग्रुप का ब्लड मिलेगा, एप करेगा मदद

बठिंडा, [संदीप सिंह धामू]। इमरजेंसी या किसी दुर्घटना का शिकार होने पर आपके किसी परिचित को रक्त की जरूरत पड़ी तो शहर में उस ब्लड ग्रुप के कौन कौन डोनर हैं, इनकी तलाश के लिए भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके लिए बीटेक के छात्र आकाश माहेश्वरी ने एक एेप का इजाद किया है। इसमें विभिन्न ब्लड ग्रुपों केे दाताओं का विवरण मिलेगा। यह पंजाब का इस तरह का पहला एप है। इसमें पंजाब के सभी 22 जिलाें को लेकर जानकारी उपलब्ध है।

इस ऐप की आइडी है -(MRSSTU-BlooDonate।

एेसे आया ऐप बनाने का विचार

ऐप को डेवलप करने वाला आकाश माहेश्वरी महाराजा रणजीत सिंह स्टेट टेक्निकल यूनिवर्सिटी के बीटेक तृतीय वर्ष विद्यार्थी है। उसने बताया कि रक्तदान कार्यक्रम में कठिनाइयां आने पर उसे एेप बनाने का आइडिया आया। आकाश यूनिवर्सिटी के ज्ञानी जैल सिंह कैंपस ऑफ इंजीनियरिंग कॉलेज की एनएसएस यूनिट का स्टूडेंट कोआर्डिनेटर है। एनएसएस यूनिट ने ब्लड डोनेशन प्रोजेक्ट को अपनाया है। इसके लिए एनएसएस स्वयंसेवकों का रजिस्ट्रेशन किया जाता है।

बठिंडा के महाराजा रणजीत सिंह स्टेट टेक्निकल यूनिवर्सिटी के छात्र ने बनाया मोबाइल एेप

आकाश के अनुसार, कई बार इमरजेंसी डिमांड आती है कि अमुक ग्रुप का ब्लड चाहिए। तब डोनर को ढूंढने और उससे संपर्क करने में समय जाया होता है। उस ब्लड ग्रुप के कितने डोनर हैं और वे किस शहर में उपलब्ध हैं, इसकी तुरंत जानकारी मिलना भी मुश्किल होता है।

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उसने बताया कि ऐसे में उसके मन में एक मोबाइल एेप बनाने का आइडिया आया। यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर दिनेश कुमार व एनएसएस की टीचर कोआर्डिनेटर रणजीत कौर के मार्गदर्शन में एप बनाने का काम शुरू किया। इसके बाद, उसने वह इसमें कामयाब रहा।
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एप से जुड़ सकते हैं डोनर, एनजीओ और डॉक्टर्स

एेप के फीचर्स में डोनर, खूनदान अभियान से जुड़ी एनजीओ और डॉक्टर्स को शामिल किया गया है। इसमें डोनर अपना नाम, ब्लड ग्रुप, पता, मोबाइल नंबर, उम्र, लिंग, शहर का नाम फीड कर सकते हैं। ऐसी ही व्यवस्था एनजीओ के लिए की गई है। अगर किसी को ब्लड की जरूरत पड़ेगी तो वह एेप में इमरजेंसी बटन दबाकर अपना नाम, फोन नंबर, ब्लड ग्रुप जो चाहिए और शहर फीड करे। तुरंत उसके शहर में उपलब्ध उसे ब्लड ग्रुप के डोनर्स की जानकारी फोन नंबर सहित उपलब्ध होगी।
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ऐप बनाने मे लगे छह महीने

मूलत: कोटकपूरा निवासी आकाश माहेश्वरी ने बताया कि एेप बनाने में छह महीने लगे। इस पर जुलाई 2015 को काम शुरू हुआ था। इसमें पहले शहर के बजाय पूरे राज्य के डोनर्स की लिस्ट उपलब्ध होने सहित कई दिक्कतें आईं। इन तकनीकी खामियों को दूर करने के लिए कई फिल्टर लगाने पड़े। दिसंबर 2015 में इसका ट्रायल किया गया, जो सफल रहा। फिर इसे जनवरी के दूसरे सप्ताह में लांच किया गया। अब तक 150 लोग एेप डाउनलोड कर चुके हैं।
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भविष्य में जुड़ेगी इमरजेंसी सेवाएं
आकाश माहेश्वरी के अनुसार, भविष्य में एेप से रक्त की जरूरत के अलावा अन्य इमरजेंसी सेवाओं जैसे भूकंप, आगजनी, अपराध आदि में से जुड़े विभागों को लिंक किया जाएगा।

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