जेल के अंदर नहीं लॉकडाउन, ढाई माह में 16 कैदियों से 24 मोबाइल बरामद

लॉकडाउन में सरकार ने कैदियों को जेल से बाहर जाने की सभी गतिविधियों रोकने के लिए कई प्रयास किए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 May 2020 07:19 PM (IST) Updated:Wed, 27 May 2020 06:09 AM (IST)
जेल के अंदर नहीं लॉकडाउन, ढाई माह में 16 कैदियों से 24 मोबाइल बरामद
जेल के अंदर नहीं लॉकडाउन, ढाई माह में 16 कैदियों से 24 मोबाइल बरामद

नितिन सिगला, बठिडा : लॉकडाउन में सरकार ने कैदियों को जेल से बाहर जाने की सभी गतिविधियों रोकने के लिए कई प्रयास किए, लेकिन जेल के अंदर मोबाइल फोन मिलने पर जेल प्रशासन कफर्यू लगाने में पूरी तरह से फेल रहा है। 22 मार्च से लेकर 27 मई तक बठिडा जेल से 24 मोबाइल फोन बरामद हुए। इन सभी मामलों में बठिडा के थाना कैंट पुलिस ने दो गैंगस्टरों समेत 16 हवालतियों पर केस दर्ज किया गया। लेकिन पुलिस आज तक इस बात का पता नहीं लगा पाई कि जेल के अंदर यह मोबाइल फोन पहुंचे कैसे है। केंद्रीय जेल में लॉकडाउन व क‌र्फ्यू के दौरान मोबाइल फोन बरामद होने से एक बात तो तय है कि कैदियों को मोबाइल फोन व अन्य सामान जेल प्रशासन के अधीन काम कर रहे सुरक्षाकर्मी व अन्य कर्मचारियों के सहयोग से ही पहुंचाया जा रहा है। इसमें जेल प्रशासन कई लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी कर चुका है।

जेल सुपरिंटेंडेंट मंजीत सिंह का कहना है कि जेल प्रशासन व सीआरपीएफ जवानों की तरफ से समय-समय पर जेल में सर्च अभियान चलाया जाता है। मोबाइल फोन या नशा बरामद होने पर उसकी तुरंत जानकारी बठिडा पुलिस को दे दी जाती है। पुलिस ही इन मामलों की जांच करती है।

प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड, कैदी के साथ मिलकर चलता था मोबाइल फोन बेचने का धंधा जेल की सुरक्षा में तैनात एक सिक्योरिटी गार्ड नशा तस्करी के मामले में बंद एक कैदी के साथ मिलकर जेल में बंद अन्य कैदियों को मोबाइल फोन, जर्दे व अन्य सामान पहुंचाने का राजफाश हुआ था । सिक्योरिटी गार्ड बाहर से सामान लेकर ड्यूटी पर पहुंचाता था और आगे आरोपित कैदी को पहुंचाता था, जोकि आगे दूसरे कैदियों को बेचने आदि का काम करता था। बीती 22 अप्रैल को गश्त की ड्यूटी दौरान डिप्टी सुपरिंटेंडेंट के दफ्तर के बैकसाइड लावारिस हालत में पड़े एक काले रंग का लिफाफे से सीआरपीएफ के जावानों चार मोबाइल फोन (तीन छोटे और एक टच स्क्रीन वाला बिना सिम कार्ड) और 14 जर्दे की पुड़ियां बरामद की गई। इसके बाद उक्त सामान को लेकर जांच की गई, तो पता चला कि नशा तस्करी के आरोप में 15 साल की सजा काट रहे सिरसा जिले के गांव गुडा निवासी गुरदीप सिंह ने जेल परिसर के अंदर फेंकने की कोशिश की। इसके बाद जब सुरक्षा कर्मियों ने उसकी बैरक की अच्छी तरह से तलाशी ली, तो उसके पास से एक ओर मोबाइल फोन बरामद हुआ। कैदी ने बताया कि उसे मोबाइल फोन व अन्य सामान पहुंचाने में जेल का सिक्योरिटी गार्ड गांव गोबिदपुरा निवासी सुखचैन सिंह उसकी मदद करता था।

22 मार्च के बाद जेल से बरामद हुए मोबाइल फोन -विचाराधीन कैदी गांव कोठागुरु का के रहने वाले गुरसेवक सिंह से एक मोबाइल फोन बरामद हुआ।

- जेल में बंद अमनदीप सिंह निवासी अमृतसर के बैरक की तलाशी लेने पर उसके पास ओपो कंपनी का एक मोबाइल फोन व जिओ कंपनी का सिम बरामद किया गया है। आरोपी जेल के अंदर से सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहा था।

- होशियारपुर के गांव रामपुर थिरोड के बंद हवालाती गैंगस्टर हनी कुमार से एक मोबाइल बरामद किया गया।

-जेल की बैरक से दो मोबाइल फोन बरामद हुए है।

- विचारधीन कैदी रेशम सिंह, सतनाम सिंह निवासी रावतसर व खुशप्रीत सिंह निवासी गुरूसर जलाल से जर्दा व बीड़ियों के पैकेट बरामद हुए।

-विचारधीन कैदी गुरपिदर सिंह निवासी गांव जीदा के बैरक से मोबाइल व सिम मिला।

-हवालाती गांव जस्सी पौ वाली के राजविदर सिंह से एक मोबाइल फोन मिला।

-विचाराधीन कैदी बलजीत सिंह से मोबाइल फोन व सिम कार्ड मिला।

- हवालाती रघबीर सिंह निवासी मंडी कलां, कैदी राजेश कुमार, संदीप सिंह से मोबाइल फोन और जर्दे की पुड़ियां बरामद की।

-हवालाती राम सिंह निवासी मध्यप्रदेश के पास मोबाइल फोन बरामद किया गया।

-दो हवालाती जोगिदर सिंह निवासी निहाल किलचा, हवालाती लखबीर सिंह निवासी रामपुरा से दो मोबाइल फोन, डोंगल बरामद किए गए।

-विचाराधीन कैदी तरसेम सिंह निवासी लौहार वाली गली पीर किकरा मोहल्ला तरनतारन से मोबाइल फोन व सिम कार्ड बरामद हुआ। बैरक से लावारिस हालत में दो मोबाइल फोन व नशीला पदार्थ बरामद हुआ।

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