बहनों ने बांधा रक्षा सूत्र, भाइयों ने दिया सुरक्षा का वचन

संवाद सहयोगी बरनाला भाई-बहन के प्यार का प्रतीक रक्षा बंधन का पवित्र त्योहार जिला जेल सुधार में राखी बांधी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 10:30 PM (IST) Updated:Mon, 03 Aug 2020 10:30 PM (IST)
बहनों ने बांधा रक्षा सूत्र, भाइयों ने दिया सुरक्षा का वचन
बहनों ने बांधा रक्षा सूत्र, भाइयों ने दिया सुरक्षा का वचन

संवाद सहयोगी, बरनाला : भाई-बहन के प्यार का प्रतीक रक्षा बंधन का पवित्र त्योहार जिला जेल सुधार घर व जिला बरनाला में विभिन्न जगहों पर कोरोना को लेकर सरकार के नियमों का पालन करते हुए मनाया गया। रक्षा बंधन के पावन अवसर पर बहनों ने अपने अपने भाइयों के रक्षासूत्र बांध तिलक से पूजा कर कोरोना महामारी से रक्षा की कामना मांगी।

इसके साथ भाई की सुख समृद्धि कामना की व भाई की लंबी आयु का प्रार्थना की। भाईओं ने बहनों द्वारा कलाई पर बांधे रक्षासूत्र के बाद बहन की रक्षा का वायदा किया व जीवन में सुख दुख में साथ मिलकर चलने का विश्वास दिलाया व उन्हें उपहार देकर सम्मान व प्यार भाव दिखाया। जिला सुधार घर जेल बरनाला में जेल मंत्री के आदेश पर कैदियों व हवालाती के लिए कोरोना नियमों का पालन करते हुए सैनिटाइजर, मुंह पर मास्क व शारीरिक दूरी का पालन करते हुए पर्व को आयोजित किया। जिला जेल सुपरिटेंडेंट बलवीर सिंह ने बताया कि जेल मंत्री पंजाब व सरकार के दिशा निर्देशानुसार जिला सुधार ग्रह जेल में विभिन्न आरोपों के तहत जेल में बंद कैदी व हवालातियों के लिए उनकी बहनों द्वारा रक्षासूत्र बांधने के लिए रक्षा बंधन के पावन अवसर पर जेल के एंट्री गेट पर रक्षा बंधन की स्टाल लगाई गई। इसके साथ हर आने वाले लोगों के हाथों व सामान को सैनिटाइज करके पुलिस जवानों की ड्यूटी लगाकर अंदर भेजा गया। उन्होने कहा कि इस बार ना तो बहनों व ना ही मिठाई को जेल में जाने दिया है, क्योंकि कोरोना के कारण एहतियात जरूरी है। इसके साथ शारीरिक दूरी का ख्याल रखा गया। इस अवसर पर लड़कियों, बच्चों, महिलाओं व मुजुर्ग बहनों ने अपने भाई को राखी बांध लंबी आयु की कामना की। भाइयों को देख बहनों की आंखे हुई नम

जिला सुधार घर जेल बरनाला में अपने बहने अपने भाई व मां अपने बेटे से मिलने पहुंची, परंतु बेटे के साथ बातचीत व मुलाकात ना होने के कारण आंखों में आंसू व नम आंखों से गमगीन हो गई। जेल के गेट से ही अपने भाई की कलाई मन की आंखो से देख रक्षा बंधन का पर्व मनाया। वहीं बच्चे अपने पिता से बिछड़ने के कारण रोते दिखाई दिए व अपने पिता की गोद में बैठने को तरस गए।

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