शहर में लगाई गई पाइपों का लोग कर रहे विरोध
बरनाला राज्य सरकार द्वारा 1 मई से कफर्यू में ढील का फैसला किया है ताकि लोगों को कफर्यू में राहत मिल सकें।
संवाद सूत्र, बरनाला : राज्य सरकार द्वारा एक मई से कर्फ्यू में ढील का फैसला किया है, ताकि लोगों को कर्फ्यू में राहत मिल सकें व डेढ़ माह से घरों में कैद लोग बाहर निकल सकें। कोरोना महामारी को लेकर बड़े शहरों गुरदासपुर, लुधियाना व मोहाली जैसे होट स्पॉट क्षेत्र में भी वाहनों का आवागमन चल रहा है, परंतु बरनाला में एसएसपी ने तानाशाही व एक तरफा फैसला लिया जा रहा है।
यह बात पूर्व सांसद व सीनियर एडवोकेट राजदेव सिंह खालसा ने नेहरु चौक बरनाला में पत्रकारों से प्रैस कांफ्रेस में कही। राजदेव सिंह खालसा ने कहा कि डीसी व एसडीएम लोगों के सेवादार है। लोगों को आने वाली परेशानी का समाधान करना इनका कर्तव्य है, परंतु जिले में डीसी लोगों की परेशानी को दूर करना तो दूर, बल्कि हाथ पर हाथ रख कर बैठे है। एसएसपी द्वारा नाकामी का सबूत देते हुए रास्तों को बंद कर दिया है, जिस कारण शहर के बाजारों में सन्नाटा पसरा है व दुकानदार मंदी की मार झेल रहे है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को दो पहिया वाहनों के यातायात को खोलना चाहिए। इस फैसले से जहां राजनीति पटरी से उतर रही है, वहीं सरकार विरोधी फैसला है। राज्य सरकार को चाहिए कि ऐसे फैसले व शर्ते तुरंत वापिस लेने के आदेश दिए जाएं। इस अवसर पर एडवोकेट दीपक जिदल, एडवोकेट बरिदर संधू व एडवोकेट मनीष गर्ग आदि उपस्थित थे।