बेसहारा पशु सड़कों पर, प्रशासन की मुहिम तोड़ रही दम

सड़कों पर छोड़े बेसहारा पशुओं का पता लगाने के लिए जिला प्रशासन ने गोशाला प्रबंधकों द्वारा शहर के बेसहारा पशुओं के कानों पर टैग लगाए थे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Jan 2020 11:09 PM (IST) Updated:Sun, 19 Jan 2020 11:09 PM (IST)
बेसहारा पशु सड़कों पर, प्रशासन की मुहिम तोड़ रही दम
बेसहारा पशु सड़कों पर, प्रशासन की मुहिम तोड़ रही दम

संवाद सहयोगी, बरनाला : सड़कों पर छोड़े बेसहारा पशुओं का पता लगाने के लिए जिला प्रशासन ने गोशाला प्रबंधकों द्वारा शहर के बेसहारा पशुओं के कानों पर टैग लगाए थे। टैग लगा बेसहारा पशुओं को मनाल गोशाला सहित शहर की गोशालाओं में छोड़ा गया था, परंतु टैग लगाने के बाद गोशाला छोड़े बेसहारा पशु शहर की सड़कों पर घूम रहे हैं। शहर की विभिन्न सड़कों, गली मोहल्लों व कालोनियों में घूम रहे बेसहारा पशुओं के समाधान व शहर निवासियों को निजात दिलाने के लिए जिला प्रशासन के तमाम दावे नाकाम नजर आ रहे हैं। शहर में घूमते बेसहारा पशुओं को लेकर सबसे बड़ी समस्या तो यह है कि जब वह आपस में भिड़ते हैं, तो काफी खूंखार हो जाते हैं। जिनकी चपेट में आने से कई राहगीर गंभीर रूप से घायल भी हो चुके हैं। प्रशासन के दावे खोखले साबित

बेसहारा पशुओं को पकड़ मनाल भेजने की मुहिम अब पूरी तरह से दम तोड़ती नजर आ रही है। जिला प्रशासन द्वारा शहर को बेसहारा पशुओं से मुक्त करने का दावा किया गया था, परंतु शहर में घूम रहे बेसहारा पशुओं को देखते हुए डीसी द्वारा किए गए तमाम दावे खोखले नजर आ रहे हैं। शहर के पक्का कॉलेज रोड, एसडी कॉलेज आरओबी, कच्चा कॉलेज रोड, अनाज मंडी कूड़ा डंप, कचहरी चौक, बरनाला बाजाखाना रोड, एफसीआइ गोदाम, राम बाग रोड, चूल्हा बाबा आला जी, किला मोहल्ला, 22 एकड़, बस स्टैंड रोड़ पर अक्सर ही बेसहारा पशुओं के कारण राहगीर परेशान हो हादसे का शिकार हो रहे हैं। अधिकारियों ने नहीं उठाया फोन

इस संबंध में नगर कौंसिल के ईओ सतीश कुमार गर्ग व डीसी तेज प्रताप सिंह फूलका से फोन पर पक्ष जानने का प्रयास किया, तो उन्होंने फोन उठाया जरूरी नहीं समझा।

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