खसखस की खेती के लिए भाकियू तरनतारन से 300 किसानों का समर्थन

उन्नत किसान वेलफेयर सोसायटी तरनतारन के पंजाब प्रधान हरभेज सिंह सेखों 300 किसानों के साथ बरनाला पहुंचे व खसखस की खेती मामले में दर्ज केस को रद करवाने के लिए शुक्रवार को किसान यूनियन लक्खोवाल को समर्थन दिया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Nov 2019 11:46 PM (IST) Updated:Sat, 16 Nov 2019 06:13 AM (IST)
खसखस की खेती के लिए भाकियू तरनतारन से 300 किसानों का समर्थन
खसखस की खेती के लिए भाकियू तरनतारन से 300 किसानों का समर्थन

संवाद सहयोगी बरनाला : उन्नत किसान वेलफेयर सोसायटी तरनतारन के पंजाब प्रधान हरभेज सिंह सेखों 300 किसानों के साथ बरनाला पहुंचे व खसखस की खेती मामले में दर्ज केस को रद करवाने के लिए शुक्रवार को किसान यूनियन लक्खोवाल को समर्थन दिया। पंजाब प्रधान हरभेज सिंह सेखों ने कहा कि अगर 12 प्रदेशों में खसखस की खेती हो सकती है व 52 देशों में भी ये खेती हो रही है, तो पंजाब में क्यो नहीं करने दी जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर पंजाब में खसखस की खेती करने के लिए सरकार नहीं मानी, तो इसी प्रकार वीडियो बनाकर खसखस की खेती के लिए किसानों को जागरूक किया जाएगा व धक्के से खेती की जाएगी। सेखों ने कहा कि अगर केस रद नहीं किया गया, तो पंजाब स्तर पर संघर्ष किया जाएगा।

खसखस की खेती करने का वीडियो बनाकर बिजाई का दावा करने वाले युवक भाणा सिंह सिद्धू ने प्रबंधकीय परिसर में पत्रकारों के समक्ष खसखस की खेती के लिए किराना व सामान रखने वाली दुकान व अन्य मॉल सहित शहर में बिक रहे खसखस की खेती के बीज का खुलासा किया व उसकी खरीद करके भी लाया था। भाणा सिंह ने कहा कि वह 2500 रुपये किलो के हिसाब से 100 ग्राम खसखस को खरीद कर लेकर आया है व शहर में आम बिक रहा है। उसने कहा कि सरकार खेती को रोक लगा रही है, लेकिन बाजार में इसकी बिजाई को लेकर खसखस का बीज मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने मुझ पर नशे का केस दर्ज किया है। पुलिस मुझे बताए कि मुझसे कौन सा नशा पकड़ा है, जो उस पर केस दर्ज किया गया। उसने कहा कि एक एकड़ में करीब 5 लाख की कमाई होती है।

खसखस की खेती करने का दावा करने वाले कोटदूना के युवक पर 4 नवंबर को सोशल मीडिया पर वॉयरल किए वीडियो मामले में भाणा सिंह सिद्धू नाम के युवक पर थाना रूड़ेके कलां में केस दर्ज किया था। जिसे लेकर भाकियू लक्खोवाल यूनियन द्वारा निदा करके प्रशासन को केस रद करने के लिए ज्ञापन भी सौंपा था। लेकिन केस रद ना करने के रोष में भाकियू लक्खोवाल में भारी रोष है।

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