तहसीलदारों की हड़ताल, घंटों इंतजार के बाद बैरंग लौट लोग

जागरण संवाददाता, अमृतसर : बस्सी पठानां के तहसीलदार कुलदीप ¨सह को विजिलेंस द्वारा गिरफ्तार किए जाने क

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 May 2018 08:20 PM (IST) Updated:Mon, 28 May 2018 08:20 PM (IST)
तहसीलदारों की हड़ताल, घंटों इंतजार के बाद बैरंग लौट लोग
तहसीलदारों की हड़ताल, घंटों इंतजार के बाद बैरंग लौट लोग

जागरण संवाददाता, अमृतसर : बस्सी पठानां के तहसीलदार कुलदीप ¨सह को विजिलेंस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के विरोध में सोमवार को जिले की तहसीलों में हुई हड़ताल के चलते लोग दिनभर परेशान रहे। तहसीलदारों द्वारा काम शुरू किए जाने के इंतजार के बाद भी जब तहसीलों में काम शुरू नहीं हुआ तो वे लोग घंटों के इंतजार के बाद बैरंग ही घरों को लौट गए। यह हड़ताल पंजाब रेवेन्यू आफिसर्स एसोसिएशन के पंजाब प्रधान गुरदेव ¨सह धम्म के आह्वान पर की गई थी। दिन भर तहसीलदारों ने काम ठप रखा। जिले में अमृतसर-1 और अमृतसर-2 के अलावा तहसील बाबा बकाला, अटारी, मजीठा और अजनाला में हड़ताल कर काम ठप रखा गया।

हड़ताल के चलते नहीं हुआ काम : मुख्तार सिंह

गांव कोहाली से पहुंचे मुख्तार ¨सह ने बताया कि वह जमीन के काम के सिलसिले में अमृतसर तहसील में आया था। यहां पहुंच कर पता चला कि तहसीलदार हड़ताल पर है। दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवाने के लिए क्लर्क से निवेदन किया। लेकिन उसे यह कह कर वापस लौटा दिया कि आज तहसीलदारों की हड़ताल है और कोई काम नहीं होगा। गर्मी में लंबा सफर किया लेकिन नहीं हुआ काम : गुरदयाल सिंह

अमृतसर के गुरदयाल ¨सह ने बताया कि वह अपने रिश्तेदार के साथ रजिस्टरी करवाने के लिए तीस किलोमीटर सफर कर अटारी तहसील गया था। क्योंकि तहसीलदारों की आज हड़ताल थी तो काफी समय तक इंतजार करने के बाद उन्हें बैरंग ली लौटना पड़ा। उसने बताया कि उसे अगर यहीं से तहसीलदारों की हड़ताल का पता चल जाता तो उन्हें बहुत तेज गर्मी में 60 किलोमीटर का लंबा सफर नहीं करना पड़ता। डीडराइटर्स का भी काम रहा प्रभावित

तहसील में डीडराइटर का काम करने वाले रिक्की कपूर ने बताया कि आज उनका काम भी काफी प्रभावित हुआ है। लोग सुबह 9 बजे से ही उनके पास पहुंचे। क्योंकि उन्होंने रजिस्टरी करवानी थी और इसके लिए उन्हें दस्तावेज तैयार करवाने थे। करीब दो घंटे लगाकर दस्तावेज तैयार करवाकर जब तहसील में रजिस्ट्री करवाने पहुंचे तो पाया कि तहसीलदार तो सीट पर मौजूद थे, लेकिन रजिस्ट्रियों का काम बंद था। पूछने पर पता चला कि बस्सी पठानां में तहसीलदार की गिरफ्तारी के विरोध में आज सभी तहसीलदारों ने इसके विरोध में हड़ताल कर रखी है।

हड़ताल से लोगों का काम हुआ प्रभावित

जिला में तहसीलदारों की हड़ताल के चलते सैकड़ों लोग प्रभावित हुए। अमृतसर -1 और अमृतसर-2 में ही रोजाना यहां 400 के करीब लोग पहुंचते हैं। इसके अलावा इंतकाल व जमीन से जुड़े अन्य मामलों को लेकर भी इतने ही लोग रोजाना तहसीलों में पहुंचते हैं। वहीं बाबा बकाला, अजनाला, मजीठा और अटारी आदि में भी रोजाना औसतन 300 से 400 तक लोग अपने जमीनी काम के लिए पहुंचते हैं। यह नहीं हो सके काम

तहसीलदारों की हड़ताल के चलते जिला में आज यहां एक भी रजिस्ट्री नहीं हो सकी, वहीं लोगों की जमीन के इंतकाल से जुड़े दस्तावेज भी नहीं बन सके। रजिस्ट्री के अलावा इंतकाल, मैरिज सर्टिफिकेट, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक, रिहायश से जुड़े सर्टिफिकेट का काम तहसीलों में होता है। इसके अलावा जमीन के झगड़ों से जुड़े केसों की सुनवाई भी तहसीलदार करते हैं।

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