केंद्र सरकार किसानी मुद्दे पर हठ वाला व्यवहार छोड़े: जगीर कौर
। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की अध्यक्ष बीबी जगीर कौर ने कहा कि केंद्र सरकार को कृषि सुधार कानूनों के मुद्दे पर हठ वाला व्यवहार छोड़ कर किसानों की बात सुननी चाहिए और तीनों कानून रद करने चाहिए।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की अध्यक्ष बीबी जगीर कौर ने कहा कि केंद्र सरकार को कृषि सुधार कानूनों के मुद्दे पर हठ वाला व्यवहार छोड़ कर किसानों की बात सुननी चाहिए और तीनों कानून रद करने चाहिए।
एसजीपीसी अध्यक्ष ने कहा कि सर्दी के मौसम में अपने हकों की लडाई लड़ रहे किसानों की भावनाओं की केंद्र सरकार को कदर करनी चाहिए। एसजीपीसी जन भलाई के कार्यों को जारी रखेगी। इसीलिए किसान आंदोलन में एसजीपीसी किसानों की हर तरह की मदद कर रही है। दिल्ली में किसानों के लिए लंगर, मेडिकल सेवाएं, रहने का प्रबंध और महिलाओं के लिए मोबाइल शौचालयों की व्यवस्था की जा रही है। संघर्ष के दौरान मृत्यु का ग्रास बन चुके सात किसानों के परिवारों को एक- एक लाख रुपये की आर्थिक मदद भी की गई है।
बीबी जगीर कौर बुधवार को एसजीपीसी के पूर्व कर्मचारियों को संबोधित कर रही थी। पूर्व कर्मचारी एसजीपीसी का अध्यक्ष बनने पर उन्हें सम्मानित करने के लिए पहुंचे हुए थे।
उन्होंने कहा कि एसजीपीसी के पूर्व कर्मचारी धर्म प्रचार आदि कार्यों में सहयोग जारी रखें। पूर्व कर्मचारियों के पास काफी अनुभव है। पूर्व कर्मचारी संस्थान के कामों के प्रति संगत को जानकारी प्रदान करें। पूर्व कर्मचारियों से एसजीपीसी सहयोग लेकर अपने कार्य जारी रखेगी।
इस अवसर पर एसजीपीसी के कुलविदर सिंह रमदास, डा. अमरीक सिंह लतीफपुर, डा. सुखबीर सिंह , मलकीत सिंह बहिड़वाल, पूर्व अधिकारी जोगिदर सिंह अदलीवाल , दिलजीत सिंह बेदी, सतबीर सिंह, बलविदर सिंह जौड़ासिघा, हरजीत सिंह, बलबीर सिंह, राज सिंह, परविदर सिंह, हरिदरपाला सिंह, प्रीतम सिंह, अजायब सिंह, जसविदर सिंह दीनपुर , जेठा सिंह, परिमंदर सिह, बलविदर सिंह भिडर,अजीत सिंह, गुरबचन सिंह, मेहताब सिंह आदि भी मौजूद थे।