सफाई का नाटक कर भूले शहर में गंदगी के लगे हैं ढेर: प्रो. चावला

पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि अमृतसर नगर निगम और पंजाब का स्थानीय स्वशासन विभाग केवल भाषण देकर जनता को यह विश्वास नहीं करवा सकता कि पंजाब के शहर साफ सुथरे और प्रदूषणमुक्त हो गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 11:37 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 11:37 PM (IST)
सफाई का नाटक कर भूले शहर में गंदगी के लगे हैं ढेर: प्रो. चावला
सफाई का नाटक कर भूले शहर में गंदगी के लगे हैं ढेर: प्रो. चावला

संवाद सहयोगी, अमृतसर : पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि अमृतसर नगर निगम और पंजाब का स्थानीय स्वशासन विभाग केवल भाषण देकर जनता को यह विश्वास नहीं करवा सकता कि पंजाब के शहर साफ सुथरे और प्रदूषणमुक्त हो गए हैं। अमृतसर नगर निगम ने तो कमाल ही कर दिया एक दिन यह घोषणा कर दी कि सारे शहर में कूड़ा घरों से उठाने का प्रबंध हो गया।

अब गंदगी नहीं फैलेगी। दूसरे भाषण में यह कह दिया कि अब खुले में शौच से मुक्त हो गया है शहर। अब अमृतसर के बाहर बने सुनहरी गेट पर सफाई का नाटक करके यह भूल गए कि शहर की चारदीवारी के अंदर गंदगी के ढेर, बदबू और गर्मी के साथ ही मच्छर मक्खियां मंडरा रही हैं। 125 करोड़ रुपये की लागत से जो स्मार्ट सड़क असली शहर की चारदीवारी के चारों ओर बनाई जा रही है उसमें भी शहरवासियों को कुछ नहीं मिला, बल्कि जगह-जगह खुदाई करके आने जाने वालों को लंबे जाम में फंसने का प्रबंध कर दिया है। पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री ब्रह्म मोहिदरा और शहर के मेयर, कमिश्नर, पार्षद एक बार यह घोषणा ही कर दें कि शहर की जनता से उन्हें कुछ नहीं लेना-देना। केवल सिविल लाइन और विरासती मार्ग तक ही उनकी ड्यूटी है। शहर की जनता से केवल वोट मांगते हैं। वैसे सारे पंजाब की यह हालत है, न मंत्री ध्यान देते हैं, न जनप्रतिनिधि।

बता दें कि दो दिन पहले ही गुरुनगरी के प्रवेश द्वार यानि गोल्डन गेट को चार वर्ष बाद चमकाया गया। यह अभियान निगम के मेयर कर्मजीत सिंह रिटू व कमिश्नर कोमल मित्तल की अगुआई में चला। इसमें निगम के 250 कर्मचारियों ने चार फायर ब्रिगेड गाड़ियों की सहायता से गोल्डन गेट व आसपास के एरिया की सफाई की। दूसरा शहर में फैले गंदगी के ढेरों को लेकर प्रो. चावला ने इन अधिकारियों पर निशाना साधा।

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