मार्केट में सिर्फ हॉलमार्क प्रमाणित सोने की डिमांड

कोरोना काल में सोने की बिक्री में 90 फीसद की कमी आई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Jul 2020 10:00 PM (IST) Updated:Sun, 26 Jul 2020 10:00 PM (IST)
मार्केट में सिर्फ हॉलमार्क प्रमाणित सोने की डिमांड
मार्केट में सिर्फ हॉलमार्क प्रमाणित सोने की डिमांड

कमल कोहली, अमृतसर

कोरोना काल में सोने की बिक्री में 90 फीसद की कमी आई है। वहीं जो 10 फीसद लोग सोना खरीद रहे हैं, वे पूरी तरह सतर्क हैं। हॉलमार्क प्रमाणित सोने की ही डिमांड करते हैं। दुकानदार भी हॉलमार्क सोना रखकर सरकार द्वारा बताए नियमों का पालना कर रहे हैं।

अमृतसर में सोने के व्यापार के सबसे बड़ा बाजार है गुरु बाजार। यहां छह हॉलमार्किग सेंटर हैं। यहीं दुकानदारों कोप्रमाण पत्र जारी किए जाते हैं। वहीं जिले में सोने के आभूषणों की रिटेल व थोक की करीब 500 दुकानें हैं। आभूषणों की बनावट भी ज्यादातर गुरु बाजार में ही होती है। करीब 40 से 50 लेबर दूसरे प्रदेशों की इस व्यापार से जुड़ी है। हालांकि वर्तमान समय में हालात विकट हैं। जहां एक दुकान में 10 से 15 कारीगर होते थे, वहां सिर्फ दो से तीन ही बचे हैं। कारण, सोने का व्यापार 10 प्रतिशत तक सिमट कर रह गया है। बहुत ज्यादा जरूरत पर ही खरीद रहे सोना: बिल्लू

अमृतसर सर्राफा एसोसिएशन गुरु बाजार के चेयरमैन बिल्लू जैन ने बताया कि जिले में जरूरत के हिसाब से हॉलमार्किग के छह सेंटर काफी है। वहां पर 14,18 व 22 कैरेट के सोने को सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के तहत प्रमाणित करके प्रमाण पत्र दिया जाता है। वर्तमान में सोने का व्यापार नाममात्र ही रह गया है। लोगों की खरीद क्षमता बिल्कुल समाप्त हो गई है। बहुत ज्यादा जरूरी होने पर ही लोग सोना खरीद रहे हैं। ग्राहक सिर्फ हॉलमार्क सोने की डिमांड करते हैं: शर्मा

सर्राफा व्यापारी व सर्राफा एसोसिएशन गुरु बाजार के चीफ पेट्रन विक्रम शर्मा ने कहा कि ग्राहक अब हॉलमार्किग सोने की ही डिमांड करते है। हर दुकानदार के पास जो स्टाक है वह प्रमाणित है। ग्राहकों के सजग होने के कारण सोना व्यापारियों को भी हॉलमार्किग करवानी ही पड़ती है।

अब तो खर्चे निकालना भी हुआ मुश्किल: सविंदर

सर्राफा एसोसिएशन के प्रधान सविदर सिंह ने कहा कि कोरोना काल में ग्राहक नाममात्र हैं। दूसरे प्रदेशों के कारीगर भी घर लौट चुके हैं। शादी समारोह की रोनक गायब है। सोने की कीमतों के प्रति लोग जागृत हैं। बिक्री न होने के कारण दुकानदारों को अब खर्चे निकालना भी मुश्किल है। महंगा होने के बावजूद लोग सोना बेच भी नहीं रहे: चोपड़ा

सर्राफा व्यापारी सुनील चोपड़ा ने बताया कि चाहे सोने की कीमतों में उछाल है, पर लोग अपना सोना बेचने में भी रुचि नहीं दिखा रहे। हालांकि पता है कि दुकानदार कम कीमत नहीं दे सकता। सोने का व्यापार विश्वास पर टिका है। इसलिए उपभोक्ता उसी दुकान पर जाता है, जहां उसको सही दाम मिले। व्यापारी अब सिर्फ दुकानों में पड़े स्टॉक को निकालने में लगे हैं।

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