कोरोना से डरने की नहीं, लड़ने की जरूरत : स्वास्थ्य मंत्री

। स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि कोरोना वायरस से डरने या घबराने की जरूरत नहीं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 31 May 2020 07:02 PM (IST) Updated:Sun, 31 May 2020 11:58 PM (IST)
कोरोना से डरने की नहीं, लड़ने की जरूरत : स्वास्थ्य मंत्री
कोरोना से डरने की नहीं, लड़ने की जरूरत : स्वास्थ्य मंत्री

जागरण संवाददाता, अमृतसर

स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि कोरोना वायरस से डरने या घबराने की जरूरत नहीं। इस वायरस से लड़कर ही इसका समूल खात्मा किया जा सकता है। पंजाब के लोगों पर कोरोना हावी नहीं हो पाया। जो लोग विदेशों से अथवा दूसरे राज्यों से यहां आए, वही ज्यादातर पॉजिटिव रिपोर्ट हुए हैं।

बलबीर सिंह सिद्धू रविवार को विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक स्थल श्री हरिमंदिर साहिब में नतमस्तक हुए। उन्होंने गुरु घर में कोरोना के खात्मे की अरदास की। पत्रकारों से बातचीत करते हुए सिद्धू ने कहा कि अमृतसर में हालात चिताजनक नहीं हैं। यहां केस इसलिए ज्यादा रिपोर्ट हुए, क्योंकि यहां अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट है। विदेशों व दूसरे राज्यों से आए ज्यादातर लोग पॉजिटिव निकले। इनके संपर्क में आने वाले पॉजिटिव मरीजों की संख्या कहीं कम है। मंत्री ने विश्वास से कहा कि अब कोरोना लंबे समय तक रहेगा, इसलिए इससे सुरक्षित रहकर हमें अपना कारोबार व कामकाज करना होगा। हजूर साहिब से आए श्रद्धालुओं पर बिल्कुल सियासत नहीं की जा रही। अकाली नेता झूठ बोलकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।

उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे श्री हरिमंदिर साहिब में शारीरिक दूरी के नियम का पालन करते हुए दर्शन करें। स्वास्थ्य विभाग ने श्री हरिमंदिर साहिब परिसर में डॉक्टर्स व पैरा मेडिकल स्टाफ तैनात किया है। ये स्वास्थ्यकर्मी हर श्रद्धालु के हाथ सैनिटाइज्ड करके अंदर भेजते हैं। श्रद्धालुओं की थर्मो स्कैनिग की जा रही है। संदिग्ध लक्षणों से ग्रसित लोगों का कोविड-19 सैंपल भी लिया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने श्री हरिमंदिर साहिब में नतमस्तक होने के बाद लंगर भी छका। बलबीर सिंह सिद्धू सिविल सर्जन कार्यालय भी पहुंचे। यहां सिविल सर्जन डॉ. जुगल किशोर से कुछ देर बात करके लौट गए। कांफ्रेंस हाल में इंतजार करते रहे डॉक्टर

मंत्री के आगमन से पूर्व सिविल सर्जन कार्यालय के स्टाफ ने शारीरिक दूरी के नियम का पालन किया। मंत्री के संपर्क में कोई न आए, इसके लिए सिविल सर्जन कार्यालय की बजाय कांफ्रेंस हॉल का चयन किया गया। हालांकि स्वास्थ्य मंत्री कांफ्रेंस हॉल में नहीं गए। वह सिविल सर्जन कार्यालय में बारह मिनट बैठकर चले गए।

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