कहां गई मां की ममता, बच्चों को ही बना दिया भिखारी

अमृतसर कहते हैं मां अपने बच्चे की प्रथम गुरु होती है। बच्चे को अंगुली पकड़कर चलना सिखाने से लेकर जिदगी में हर परिस्थिति से लड़ने के सक्षम मां ही बनाती है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Mar 2019 12:59 AM (IST) Updated:Fri, 15 Mar 2019 12:59 AM (IST)
कहां गई मां की ममता, बच्चों को ही बना दिया भिखारी
कहां गई मां की ममता, बच्चों को ही बना दिया भिखारी

— लेबर विभाग व चाइल्ड लाइन संस्था ने शहर के विभिन्न भागों में भिखारियों के खिलाफ चलाया अभियान

— अपने बच्चों से भीख मंगवा रही महिलाएं, खुद सड़क के किनारे बैठी थीं

— टीम ने बच्चों व मांओं को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सामने पेश किया

— महिलाओं ने बच्चों से भीख न मंगवाने की बात कही। इसके बाद इन्हें छोड़ा गया

फोटो — 22

जागरण संवाददाता, अमृतसर

कहते हैं मां अपने बच्चे की प्रथम गुरु होती है। बच्चे को अंगुली पकड़कर चलना सिखाने से लेकर जिदगी में हर परिस्थिति से लड़ने के सक्षम मां ही बनाती है। दूसरी तरफ वीरवार को ऐसी आठ महिलाओं को पकड़ा गया जो अपने बच्चों से भीख मंगवा रही थीं। ये महिलाएं खुद तो बैठकर आराम फरमा रही थीं और बच्चों को सड़कों पर भेजकर पैसा मांगने को मजबूर कर रही थी। बाबूजी भूख लगी है, बाबूजी मां बीमार है, मैडम आपके बच्चे तरक्की करें, ऐसी बातें कहकर ये बच्चे लोगों से भीख मांग रहे थे।

लेबर विभाग व चाइल्ड हेल्पलाइन संस्था के सदस्य वीरवार को शहर में भिखारियों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया। फोरएस चौक, नॉवल्टी चौक, कस्टम चौक, डिस्ट्रिक्ट शॉपिग कांप्लेक्स, कचहरी चौक, कचहरी कैंपस में पहुंचे। इस दौरान कचहरी कैंपस में 4 से 12 वर्ष तक के बच्चों को भीख मांगते हुए देखा गया। टीम के सदस्यों ने एक एक बच्चे को गाड़ी में बिठाया और कुछ देर वहीं इंतजार किया। इस दौरान बच्चों की मांएं भागी-भागी गाड़ी तक पहुंचीं। टीम ने इन्हें भी गाड़ी में बिठाया और चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सम्मुख पेश कर दिया।

चाइल्ड हेल्पलाइन संस्था के काउंसलिर राकेश मलिक ने बताया कि ये महिलाएं खुद तो साइड पर बैठ जाती थीं और बच्चों से भीख मंगवाती थीं। बच्चों पर तरस खाकर लोग इन्हें भीख भी दे देते थे। इन भिखारी महिलाओं को सरकार की ओर से फ्लैट भी दिए गए हैं लेकिन ये लोग वहां नहीं रहते।

जिला परिषद कार्यालय में चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के समक्ष पेश हुए इन बच्चों व महिलाओं को कमेटी के सदस्य डॉ. संजय महेश्वरी, कमलजीत कौर गिल व अमरप्रीत सिंह ने फटकार लगाई। टीम मेंबरों ने उन्हें साफ तौर पर कहा कि वह बच्चों से ऐसा घिनौना काम न करवाएं। उन्हें पढ़ाओ लिखाओ। यदि भविष्य में बच्चों को भीख मांगते देखा गया तो सख्त एक्शन होगा। कमेटी मेंबरों की इस चेतावनी के बाद महिलाओं ने कहा कि वह भविष्य में ऐसा नहीं करेंगी। इसके बाद बच्चों और महिलाओं को छोड़ दिया गया।

इस अवसर पर जिला शिक्षा विभाग से जसबीर सिंह गिल, जिला बाल सुरक्षा यूनिट से मनप्रीत कौर, बलविदर सिंह, अवतार सिंह, चाइल्ड हेल्पलाइन से राकेश मलिक काउंसिलर, रोहित सहोता, रेणू, याकूब मट्टू भी शामिल थे।

chat bot
आपका साथी