भंडारी पुल पर किसानों ने की विशाल रैली, एक से करेंगे रेल चक्का जाम

केंद्र के कृषि बिल के विरोध में राज्य के 31 किसान-मजदूर संगठनों के सांझे फ्रंट किसान संघर्ष तालमेल कमेटी ने पंजाब बंद के आह्वान पर अमृतसर में विशाल रोष रैली की।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Sep 2020 11:55 PM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 11:55 PM (IST)
भंडारी पुल पर किसानों ने की विशाल रैली, एक से करेंगे रेल चक्का जाम
भंडारी पुल पर किसानों ने की विशाल रैली, एक से करेंगे रेल चक्का जाम

जागरण संवाददाता, अमृतसर : केंद्र के कृषि बिल के विरोध में राज्य के 31 किसान-मजदूर संगठनों के सांझे फ्रंट किसान संघर्ष तालमेल कमेटी ने पंजाब बंद के आह्वान पर अमृतसर में विशाल रोष रैली की। बिल को वापस लेने के लिए भंडारी पुल पर आयोजित रैली में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित करके फैसला लिया गया कि एक अक्टूबर से राज्य में पक्के तौर पर रेल यातायात बंद कर दिया जाएगा। 11 से तीन बजे तक चले धरने में किसानों ने जमकर केंद्र सरकार को कोसा।

रैली में पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन, ट्रेड यूनियन सीटीयू, जम्हूरी किसान सभा, पंजाब किसान सभा, पंजाब किसान सभा लिब्रेशन, आल इंडिया किसान सभा, किरती किसान यूनियन, भारतीय किसान यूनियन राजेवाल , दर्जा चार कर्मचारी यूनियन सेहत विभाग, भगांवाला आनाज मंडी आढ़ती यूनियन, आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, सब्जी मंडी आढ़ती यूनियन, मंडी मजदूर यूनियन, किसान संघर्ष कमेटी कोट बुढ्ढा , आजाद किसान संघर्ष कमेटी , हिद मजदूर सभा, खेत मजदूर यूनियन और पेंडू मजदूर खेत यूनियन के कार्यकर्ता और नेता शामिल हुए।

किसान नेताओं रत्न सिंह रंधावा, जतिदर सिंह छीना, जगतार सिंह कर्मपुरा, रणजीत सिंह राणा, अमनदीप सिंह छीना, राकेश तुली, हरदीप कोटला, दसविदर कौर, भूपिदर सिंह तीर्थ पुरा, अर्जुन सिंह होशियारनगर, बलविदर सिंह दोधाला, करनैल सिंह, प्रेमनाथ, चरणजीत सिंह, अमजीत आसल, रजिदर प्लाह, कुलवंत सिंह बावा आदि ने कहा कि मजदूर किसान अपना आंदोलन तब तक जारी रखेंगे जब तक सरकार इन बिलों को वापस नहीं लेती है।

29 सितंबर तक जारी रहेगा रेल ट्रैक पर धरना

गांव देवीदासपुरा में अमृतसर-दिल्ली रेल ट्रैक पर धरना दे रहे किसानों का आंदोलन दूसरे दिन में प्रवेश कर गया है। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब व भारतीय किसान यूनियन उग्राहां ग्रुप ने संयुक्त फैसला लेकर एलान किया है कि उनका रेल ट्रैक पर धरना 29 सितंबर तक जारी रहेगा। धरने में दूसरे दिन महिलाएं बड़ी संख्या में पहुंची। महिलाओं ने वीर कौर चब्बा, चरणजीत कौर वरपाल और सर्बजीत कौर पंडोरी के नेतृत्व में जत्थे की ओर से अमृतसर में दुकानों को अपील करके बंद करवाया। गांव पिद्दी से महिलाओं का जत्था तरनतारन में लोगों के कारोबार बंद करवाने के लिए रवाना हुआ। संगठन ने मौके पर एक प्रस्ताव पारित करके एनआरआइ को कहा गया कि किसान आंदोलन के नाम पर किसी को भी चंदा न भेजा जाए। किसान नेताओं सरवण सिंह पंधेर, सविदर सिंह चुताला, सुखविदर सिंह सभरा, गुरबचन सिंह चब्बा ने कहा कि रेल रोको आंदोलन 29 सितंबर तक जारी रहेगा। 27 सितंबर को महिलाओं की विशाल रैली की जाएगी।

कंपनी बाग में भी मुखर हुए किसान

कंपनी बाग में माकपा और आल इंडिया किसान सभा ने रैली की। इसमें माकपा के फ्रंट संगठन सीटू, एसएफआइ, ट्रांसपोर्ट वर्कर यूनियन, खेत मजदूर सभा, डीवाईएफआइ और जनवादी स्त्री सभा के कार्यकर्ता शामिल हुए। कंपनी बाग से नावल्टी चौंक माल रोड तक विशाल रोष मार्च आयोजित किया गया। इस दौरान विभिन्न संगठनों के नेताओं दर्शन सिंह लोपोके , सविदर सिंह मीरांकोट, बचन सिंह , सुच्चा सिंह अजनाला, सुखदेव सिंह , बचित्तर सिंह, कंवजीत कौर, राजबीर कौर, सिरोज बाला, प्रकात सिंह, अजीत कौर, रणजीत कौर, डा कंवलजीत कौर, प्रताप सिंह, जसपाल सिंह औरा सुखदेव सिंह ने संबोधित करते हुए किसान विरोधी बिलों को वापस लेने की मांग की।

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