प्राइमरी अध्यापकों की बदली पालिसी लागू न करने पर भड़के डीटीएफ नेता

डेमोक्रेटिक टीचर फ्रंट (डीटीएफ) पंजाब ने प्राइमरी अध्यापकों की बदली पालिसी को अमली रूप न देने पर रोष जताया है। प्राइमरी वर्ग के अध्यापकों की बदली लटकाने की सख्त शब्दों में निदा की है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Apr 2021 07:10 PM (IST) Updated:Sun, 25 Apr 2021 07:10 PM (IST)
प्राइमरी अध्यापकों की बदली पालिसी लागू न करने पर भड़के डीटीएफ नेता
प्राइमरी अध्यापकों की बदली पालिसी लागू न करने पर भड़के डीटीएफ नेता

संवाद सहयोगी, अमृतसर : डेमोक्रेटिक टीचर फ्रंट (डीटीएफ) पंजाब ने प्राइमरी अध्यापकों की बदली पालिसी को अमली रूप न देने पर रोष जताया है। प्राइमरी वर्ग के अध्यापकों की बदली लटकाने की सख्त शब्दों में निदा की है।

डीटीएफ के जिला प्रधान अश्वनी अवस्थी ने कहा कि शिक्षा विभाग की ओर से सेशन 2020-21 की बदली प्रक्रिया के तहत की बदलियां लागू करने की तिथि बार बार आगे डालना सिद्ध करता है कि शिक्षा विभाग अध्यापकों की बदली के प्रति संवेदनशील नहंी है। नेताओं ने कहा कि वर्ष 2020 के शुरू में लागू करनी बनती बदली प्रक्रिया को कई महीने लटकाने के बाद यदि कुछ अध्यापकों की बदली हुई है तो अब विभाग की ओर से लागू करने से कन्नी काटी जा रही है। इन बदलियों पर कई ऐसी शर्ते लगाई गई है जिनमें अध्यापकों का कोई कसूर नहीं है। बल्कि सरकार की लापरवाही है कि सरकारी स्कूलों में बड़ी गिनती में स्टाफ की कमी है। मौजूदा सरकार की ओर से पिछले समय प्राइमरी विभाग में कोई भी नई भर्ती नहीं हुई है। विभाग की ओर से काम करते अध्यापकों को समय पर तरक्की नहीं दी गई है। पंजाब भर में बीपीईओ की सत्तर प्रतिशत आसामी रिक्त है। सरकार व विभाग की लापरवाही का परिणाम है। प्राइमरी शिक्षा को नजरअंदाज करने का बड़ा सबूत है। विभाग की ओर से बदलियां लागू करने के लिए पहले दस अप्रैल, फिर 15 अप्रैल, फिर 21 अप्रैल तथा अब 28 अप्रैल से लागू करने के आश्वासन दिए जा रहे है। जिस कारण प्राइमरी अध्यापकों में निराशा पाई जा रही है।

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