पीएमकेवीवाई युवाओं को बना रहा आत्मनिर्भर

अमृतसर : शहर के अंदरून इलाका लाहौरी गेट में इंस्टीट्यूट आफ स्किल डेवल्पमेंट में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत जहां मुफ्त ट्रे¨नग देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 05 Jan 2019 08:04 PM (IST) Updated:Sun, 06 Jan 2019 12:27 AM (IST)
पीएमकेवीवाई युवाओं को बना रहा आत्मनिर्भर
पीएमकेवीवाई युवाओं को बना रहा आत्मनिर्भर

र¨वदर शर्मा, अमृतसर

शहर के अंदरून इलाका लाहौरी गेट में इंस्टीट्यूट आफ स्किल डेवल्पमेंट में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत जहां मुफ्त ट्रे¨नग देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। वहीं ट्रे¨नग के दौरान अनुसूचित जाति के बच्चों को योजना के तहत 500 रुपये प्रति माह वजीफा और कढ़ाई-सिलाई का कोर्स करने वालों को सिलाई मशीन सहित पूरी किट भी मुहैया करवाई जा रही है। इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर राधिका चुघ ने ट्रे¨नग के बाद युवाओं को नौकरी के लिए इंटरव्यू दिलाने केलिए एक खास टीम भी गठित कर रखी है। पिछले दो सालों के दौरान इंस्टीट्यूट की तरफ से शिक्षित बेरोजगार करीब दो हजार युवाओं को ट्रे¨नग के बाद अमृतसर और बाहर की कंपनियों में नौकरी

दिलवा चुका है। इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर राधिका चुघ ने बताया कि उनका मकसद प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत उन बच्चों को मुफ्त ट्रे¨नग देना है, जो महंगे संस्थानों में कोर्स नहीं कर सके। इस योजना के तहत पढ़े-लिखे युवाओं को 3 से 4 माह का मुफ्त कोर्स करवा उन्हें आत्मनिर्भर कर उनके जीवन स्तर को ऊंचा उठाना है। उन्होंने बताया कि लाहौरी गेट इंस्टीट्यूट में क¨टग-टेलरिंग, मेक-अप आर्टिस्ट, कु¨कग, हेयर ड्रैसर, ट्रैवलर कंसलटैंट और प्लंबर का मुफ्त कोर्स करवाया जाता है।

उन्होंने बताया कि युवाओं को कंप्यूटर व होम एप्लिएंसिस रिपेयर की ट्रे¨नग देने के लिए झब्बाल रोड पर इंस्टीट्यूट फार स्किल डेवेल्पमेंट के नाम से सेंटर खोला। लाहौरी गेट वाले इंस्टीट्यूट में शहरी एरिया के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों से भी बच्चे कोर्स करने पहुंच रहे हैं। इससे उत्साहित होकर उन्होंने झब्बाल रोड पर कजिन इंस्टीट्यूट फार स्किल डेवल्पमेंट के नाम से सेंटर खोला, जिसमें बच्चों को कंप्यूटर और इससे जुड़े कोर्स मुफ्त करवाए जाते हैं। राधिका चुघ ने बताया कि पीएमकेवीवाई के तहत शिक्षित बेरोजगार युवाओं को कंप्यूटर सॉफ्टवेयर डेवल्पर, मोबाइल रिपेयर और होम एप्लिएंसिज का कोर्स करवाया जाता है। इसके बाद उन्हें कोर्स और उनकी योग्यता के आधार पर अलग-अलग संस्थानों में नौकरी दिलाने में उनका इंस्टीट्यूट महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उनकी एक टीम इसी के लिए तैयार की गई है, जो बच्चों को इंटरव्यू दिलाने लेकर साथ जाती है और नौकरी मिलने तक उनका मार्गदर्शन करती है।

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