एसआइ भूपिदर सिंह ने छेहरटा पुलिस चौकी को बना डाला लंगर घर
। पुलिस चौकी के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर भूपिदर सिंह कोरोना से लड़ी जा रही जंग में किसी योद्धा से कम नहीं हैं।
राजिदर सिंह, छेहरटा.अमृतसर
पुलिस चौकी के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर भूपिदर सिंह कोरोना से लड़ी जा रही जंग में किसी योद्धा से कम नहीं हैं। लोग खतरनाक अपराधियों को सलाखों के पीछे धकेलने वाले इस पुलिस अफसर का यह चेहरा देखकर दंग है। जब वह अपनी सरकारी गाड़ी में राशन,सब्जियां और फल लाद कर जरूरतमंद लोगों को बांटने जाते हैं तो लोग उन्हें दुआएं देते नहीं थकते। खाकी वर्दी में एसआइ भूपिदर सिंह इस समय गरीब परिवारों की सहायता करने में एक नायक की भूमिका अदा कर रहे हैं।
हालांकि वह कहते हैं कि इतना बड़ा काम वह श्री गुरु रामदास जी की मर्जी और अपनी टीम के सहयोग के बगैर नहीं कर सकते। यही कारण है कि आज उन्होंने अपनी पुलिस चौकी को एक लंगर घर में तब्दील कर दिया है। रोजाना दर्जनों लोग अपने पेट की आग बुझाते हैं।
बच्चों को दूध भी करवा रहे मुहैया
सब इंस्पेक्टर भूपिदर सिंह अपनी टीम के 11 सदस्यों के साथ इलाके में छोटे बच्चों को दूध भी मुहैया करवा रहे हैं। झुग्गी बस्तियों से उन्हें दिन में कई बार दूध, सब्जियां के लिए मोबाइल पर संदेश मिल रहे हैं।
भूपिदर सिंह ने बताया कि उनकी मां गुरनाम कौर और पिता पूर्ण सिंह ने उन्हें यही सिखाया है कि गुरु नगरी में कोई व्यक्ति भूखा नहीं सोना चाहिए।
23 मार्च से बांट रहे हैं राशन
सब इंस्पेक्टर भूपिदर सिंह ने बताया कि कर्फ्यू के पहले दिन ही जरूरतमंद लोग उनके पास पहुंचने शुरू हो गए थे। कई दिहाड़ीदार काम नहीं कर पा रहे थे। उन्होंने देखा कि छेहरटा क्षेत्र में कई घरों में खाना नहीं बन पा रहा था। यह देखकर सबसे पहले उन्होंने अपने खर्च पर कुछ घरों में आटा, सब्जी, फल और दवाएं बांटी। उनके साथ एएसआइ परवीन कुमार, एएसआइ सुखदेव सिंह और एएसआइ कुलविदर सिंह हर समय यह काम में उनके साथ रहते हैं। जो 23 मार्च से लगातार जरूरतमंद परिवारों की सहायता में जुटे हैं। लगातार काम के चलते वह दिन में केवल चार से पांच घंटे ही सो पा रहे हैं। उनका मकसद है कि कोरोना को देश से हर हालत में खदेड़ा दिया जाए।