बैंक कर्मियों की हड़ताल, करोड़ो की क्लीय¨रग रुकी

अमृतसर केंद्र सरकार द्वारा पब्लिक बैंको को विलय करने की गलत नीति को लेकर बैंक कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 27 Dec 2018 01:05 AM (IST) Updated:Thu, 27 Dec 2018 01:05 AM (IST)
बैंक कर्मियों की हड़ताल, करोड़ो की क्लीय¨रग रुकी
बैंक कर्मियों की हड़ताल, करोड़ो की क्लीय¨रग रुकी

जागरण संवाददाता, अमृतसर

केंद्र सरकार द्वारा पब्लिक बैंको को विलय करने की गलत नीति को लेकर बैंक कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया है। बैंक कर्मियों द्वारा बुधवार को की गई हड़ताल के कारण शहर के सभी पब्लिक बैंको में कामकाज ठप्प रहा। जिसकारण उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ा। 25 को क्रिमस की छुट्टी और 26 को हड़ताल के कारण करोड़ो रुपये की क्लिय¨रग भी प्रभावित हुई।

केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण यूनाईटेड फार्म ऑफ बैंक यूनियन के आह्वान पर सभी बैंक संगठनों ने बंद में भाग लिया। यूनियन नेताओं ने कहा कि सरकार द्वारा बैंक ऑफ बड़ौदा, देना बैंक व विजया बैंक का विलय करना प्राइवेट बैंको को प्रोत्साहित करने के सामान है। बैंको को विलय करने के साथ कर्मचारियों को भी काफी मुश्किल आएगी। रैली में रवि राजदान, रूप लाल मेहरा, सुरेश भाटिया, किशोर सरीन, रमन मदान, संजीव शर्मा, राकेश बजाज, केएस बल, सु¨रदर शर्मा, राकेश शर्मा व अन्य यूनियन नेता मौजूद थे।

इसी तरह स्टेट बैंक ऑफ इंडिया टाउन हाल के बाहर भी रोष प्रदर्शन किया गया। बैंक यूनियन ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया टाउन हाल शाखा के बाहर भी रोष प्रदर्शन करके केंद्र सरकार की विलय नीति के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। अधिकारियों के बीच डिवाइड एंड रुल की पॉलिसी रद्द की जानी चाहिए। चौथे व पांचवे स्केल के अधिकारियों के पे स्केल को मैनेजमेंट को दिए अधिकार से रद्द करना चाहिए। सरकार द्वारा जिन बैंको का विलय करने की योजना बनाई हुई है। उनको रद्द किया जाना चाहिए। सरकार का पब्लिक बैंको का विलय करना सिर्फ प्राइवेट बैंको को प्रोत्साहित करने से है। इस अवसर पर एके महेश्वरी, अशोक भगत, एसके ¨जघान, बनारसी दास, चंद्रमोहन शर्मा, गिरीश राजकुमार शर्मा, र¨जदर महाजन, सुनील वर्मा, जेपीएस चौहान, अविनाश खोसला, अवतार ¨सह पठानिया, मुख्तयार ¨सह, हर¨वदर ¨सह, प्रदीप कुमार, सीता शरण आदि मौजूद थे।

बैंक अधिकारी संजीव शर्मा का कहना है कि 25 दिसंबर को अवकाश होने के कारण भी क्लीय¨रग का कार्य नही हो सका था। अब हड़ताल के कारण भी क्लीय¨रग भी प्रभावित हुई है। यह दो दिनों की क्लीय¨रग करोड़ो रुपये की प्रभावित हुई है। बैंको में किसी तरह का कोई लेन देन नही हुआ। सिर्फ उन बैंक उपभोक्ताओं ने ही लाभ उठाया जिन्होने इंटरनेट बैंकिग की सुविधा ली हुई थी।

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