छुंिट्टयों के बाद भी मुलाजिमों की पॉवर डाउन

फेस्टिवल सीजन के चलते सरकारी छुंिट्टयों के बाद सोमवार को खुले बिजली घरों में सारा दिन चहल-पहल का माहौल रहा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Nov 2018 11:47 PM (IST) Updated:Mon, 12 Nov 2018 11:47 PM (IST)
छुंिट्टयों के बाद भी मुलाजिमों की पॉवर डाउन
छुंिट्टयों के बाद भी मुलाजिमों की पॉवर डाउन

जागरण संवाददाता, अमृतसर : फेस्टिवल सीजन के चलते सरकारी छुंिट्टयों के बाद सोमवार को खुले बिजली घरों में सारा दिन चहल-पहल का माहौल रहा। लेकिन पावरकॉम की सेवक मशीनों व कैश काउंटरों पर उपभोक्ताओं को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ा। बिजली सहित सेवक मशीनों व कैश काउंटरों पर आए उपभोक्ता विभागीय कार्यप्रणाली को कोसते हुए नजर आए। बिजली का बिल भरने के लिए आए कुलतार ¨सह, सुरजीत कौर, गुरजीत कौर, कुलदीप ¨सह, गुरमेलप्रीत ¨सह, मुख¨वदर ¨सह, हरजीत कौर, सुरलीन कौर, भान ¨सह आदि ने कहा कि पावरकॉम द्वारा उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा देने के लिए किए जाते दावों की सरेआम हवा निकल रही है, जिसमें अक्सर ही देखने में आया है कि विभागीय कार्यप्रणाली आए दिन ही उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है।

बिल भरने की अंतिम थी तिथि

बिल भरने के लिए आए लोगों का कहना था कि विभाग में मेनुयल सिस्टम ही अच्छा था, जिसमें उपभोक्ताओं का समय तो बचता था। लोगों ने कहा कि आज उनकी बिल भरने की निर्धारित तारीख है। अगर बिजली बिल न भरा तो उन्हें बिना वजह के ही जुर्माना भरना पड़ जाएगा।

काउंटर बंद, सीनियर सिटीजन समेत सभी एक लाइन में

लोगों ने कहा कि पावरकॉम की कार्यप्रणाली बेहद तरस योग्य है, भले ही पावरकॉम ने सीनियर सिटीजनस के लिए अलग से काउंटर व लाइन लगाने के लिए लिखा है, मगर उस पर भी अमल होता नजर नहीं आ रहा है, क्योंकि सीनियर सिटीजनस को सहूलियत देने के नाम पर लगाया पोस्टर मात्र दिखाया है, जहां पोस्टर लगाए हैं, वो तो काउंटर ही नहीं खुलता है। महिला-पुरुषों की अलग-अलग लाइनें नहीं लगवाई जाती और उन्हें मजबूरी के चलते एक ही लाइन में खड़ा होकर बिल जमा करवाना पड़ता है।

पी-कोड वाले बिल बने सिरदर्द

पावरकॉम ने उपभोक्ताओं को जारी किए जाने वाले बिल भी आए दिन सिरदर्द का सबब बने हैं। उपभोक्ताओं को भेजे जाने वाले पी-कोड के बिल भी लोगों के बिजली घरों में चक्कर लगवाने में कोई कमी नहीं छोड़ते हैं। हकीमां गेट डिवीजन के तहत पड़ती अमन एवेन्यू निवासी हर¨वदर ¨सह भी बिजली घर में पी-कोड का बिल लेकर आए। उन्होंने बताया कि बिल ठीक करवाने के लिए बार-बार बिजली घर के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। अंत में वह हकीमां गेट के कमर्शियल एसडीओ सुखप्रीत ¨सह से मिले, जिन्होंने समस्या का हल करवाया और बताया कि पी-कोड के तहत उपभोक्ताओं को अधिक बिल आ जाता है, जो अगले बिल में ठीक हो जाता है।

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