पराक्रम उत्सव के तौर पर मनाई सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ

मृतसर भारतीय सेना दो साल पहले पाकिस्तान की सरजमीं पर अंजाम दी गई सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ शनिवार को देशभर में मनाई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 30 Sep 2018 12:09 AM (IST) Updated:Sun, 30 Sep 2018 12:09 AM (IST)
पराक्रम उत्सव के तौर पर मनाई सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ
पराक्रम उत्सव के तौर पर मनाई सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ

जागरण संवाददाता, अमृतसर

भारतीय सेना दो साल पहले पाकिस्तान की सरजमीं पर अंजाम दी गई सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ शनिवार को देशभर में मनाई। सेना की तरफ से सर्जिकल स्ट्राइक को पराक्रम उत्सव के तौर पर मनाया गया और अमृतसर में किला गो¨बदगढ़, खालसा कालेज और अल्फा माल में भारतीय सेना पर 10 से 12 मिनट की बनाई डाक्यूमेंटरी फिल्म भी दिखाई। किला गो¨बदगढ़ फोर्ट में हथियारों की प्रदर्शनी लगाई, जहां लोगों के लिए सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया।

गौर हो कि दो साल पहले आज ही के दिन भारतीय सेना ने जम्मू क्षेत्र में सीमा पार पाकिस्तानी इलाके में घुस कर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। भारतीय सेना का यह जवाब पाकिस्तान की तरफ से जम्मू क्षेत्र में भारतीय सीमा में घुस कर चौकी में 18 भारतीय फौजियों की हत्या

का बदला था। इस कार्रवाई में भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की तैयारी में पाक की जमीं पर बैठे आतंकवादियों को ढेर कर दिया तो इन जाबांजों की बहादुरी को देख विश्व भी हैरान रह गया था। सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ आज देश भर में एक पर्व के तौर पर मनाई गई।

किला गो¨बदगढ़ में सेना की 11 कोर्पस की तरफ से मल्डी मीडिया प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें सर्जिकल स्ट्राईक के दौरान इस्तेमाल किए गए हथियारों, अत्याधुनिक इंस्ट्रूमेंट्स, स्पेशल वर्दियां, खाने-पीने का सामान, हथियार, नाइट वीजिन डिवाइस और सैनिकों के लिए जरुरी अन्य औजार इस प्रदर्शनी में रखे गए। सर्जिकल स्ट्राइक संबंधी तैयार की गई सेना की डाक्यूमेंटरी किला गो¨बदगढ़ में मेजर कुनाल गौरव के नेतृत्व में भी आम लोगों को दिखाई गई।

इस अवसर पर मौजूद सेना के उक्त अधिकारी ने बताया कि भारतीय सेना की तरफ से पाक आतंकवादियों के विरुद्ध की गई उक्त सर्जिकल स्ट्राइक बाबत योजना पूरी तरह से गुप्त रखी गई थी। यहां तक कि इस कार्रवाई में कौन और कितने अधिकारी और सैनिक शामिल हैं को भी पूरी

तरह से गुप्त रखा गया। इस कार्रवाई की बहुत चीजें आज भी जनतक नहीं किए जा सके। इस कार्रवाई के दौरान भारतीय सैनिकों को हेलिकॉप्टर के जरिए पाक की सीमा में उतारा। यहां से 3 किलोमीटर से ज्यादा अंदर जाकर निर्धारित प्वाइंट्स पर पहुंच कर आतंकवादियों को निशाना बनाया।

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