चुनाव की पहली रिहर्सल में ही 30 प्रतिशत स्टाफ गायब

पंजाब विधानसभा शांतिपूर्वक करवाने के मकसद से चुनाव आयोग की ओर से वीरवार को रिहर्सल शुरू की गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Jan 2022 11:00 PM (IST) Updated:Thu, 20 Jan 2022 11:00 PM (IST)
चुनाव की पहली रिहर्सल में ही 30 प्रतिशत स्टाफ गायब
चुनाव की पहली रिहर्सल में ही 30 प्रतिशत स्टाफ गायब

जासं, अमृतसर : पंजाब विधानसभा शांतिपूर्वक करवाने के मकसद से चुनाव आयोग की ओर से वीरवार को रिहर्सल शुरू की गई। जिले के 11 विधानसभा हलकों के लिए हुई इस पहली रिहर्सल में ही 30 प्रतिशत स्टाफ गैरहाजिर रहा। इन गैरहाजिर स्टाफ को जिला चुनाव आयोग ने अब नोटिस जारी कर जवाब मांगा है कि वह रिहर्सल से गैरहाजिर क्यों रहे हैं। अगर वे उचित जवाब नहीं दे सके तो इन पर कार्रवाई होगी।

दूसरी तरफ चुनाव आयोग की तरफ से बुधवार को अचानक से पावरकाम स्टाफ को ड्यूटी से छूट दी गई है। इसके चलते पावरकाम का कोई भी कर्मचारी पहली रिहर्सल में नहीं पहुंचा। हलका अजनाला के सरकारी कालेज अजनाला, हलका राजासांसी के सरकारी नर्सिंग कालेज, हलका मजीठा के मजीठा रोड स्थित माई भागो सरकारी कालेज, हलका जंडियाला के मेरिटोरियस स्कूल बाईपास, हलका पूर्वी के माल रोड स्कूल, हलका केंद्रीय के सरूप रानी कालेज, हलका पश्चिम के सरकारी कालेज छेहरटा, हलका दक्षिण के गुरु नानक भवन बस स्टैंड, अटारी के खालसा कालेज, बाबा बकाला की माता गंगा स्कूल बाबा बकाला और हलका उत्तरी के सरकारी इंस्टीट्यूट आफ गवर्नमेंट टेक्नोलाजी मजीठा रोड बाईपास में हुई। इस चुनावी रिहर्सल के लिए 1053 के करीब स्टाफ सदस्यों की ड्यूटी लगाई गई थी। 15 हजार सरकारी मुलाजिमों की चुनाव में लगाई गई है ड्यूटी

चुनाव में 15 हजार के करीब सरकारी मुलाजिमों की ड्यूटी लगाई गई है। इसमें सभी विभागों के कर्मचारियों को लिया गया है। अभी पहली रिहर्सल हुई है। इसके बाद तीन चरणों में रिहर्सल होनी है। जिला चुनाव अधिकारी-कम-डिप्टी कमिश्नर गुरप्रीत सिंह खैहरा का कहना है कि पहली रिहर्सल में जो लोग गैरहाजिर रहे है, उनके खिलाफ नोटिस जारी किए जाएंगे और उनके खिलाफ बनती कार्रवाई की जाएगी। शिक्षकों की ड्यूटी लगाने का विरोध, बच्चों की पढ़ाई हो रही प्रभावित

इस चुनाव में पांच हजार से अधिक स्कूलों के अध्यापकों की ड्यूटी लगी है। ऐसे में अधिकतर बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी और वे बच्चों की आनलाइन कक्षा नहीं लगा पाएंगे। इस कारण पेरेट्स एसोसिएशन और अध्यापक यूनियन ने इसका विरोध किया है। उनका कहना है कि चुनावी ड्यूटी के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी। क्योंकि उनका सिलेबस अभी पेंडिंग चल रहा है। कोविड के कारण पहले ही उनकी पढ़ाई प्रभावित है।

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