सेना पुलिस में पहली बार होगी महिलाओं की भर्ती, दुष्कर्म, छेड़छाड़ जैसे मामलों की करेंगी जांच

पहली बार भारतीय सेना ने महिला सैन्य पुलिस में सैनिकों के रुप में भर्ती के लिए अविवाहित महिलाओं का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरु कर आवेदन मांगे है।

By TaniskEdited By: Publish:Thu, 25 Apr 2019 09:32 PM (IST) Updated:Thu, 25 Apr 2019 10:58 PM (IST)
सेना पुलिस में पहली बार होगी महिलाओं की भर्ती,  दुष्कर्म, छेड़छाड़ जैसे मामलों की करेंगी जांच
सेना पुलिस में पहली बार होगी महिलाओं की भर्ती, दुष्कर्म, छेड़छाड़ जैसे मामलों की करेंगी जांच

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारतीय सेना की नौकरी के जरिए देश सेवा का सपना देख रही युवतियों-महिलाओं के लिए सुनहरा मौका आ गया है। पहली बार भारतीय सेना ने महिला सैन्य पुलिस में सैनिकों के रुप में भर्ती के लिए अविवाहित महिलाओं का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरु कर आवेदन मांगे है। सेना द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक महिला सैन्य पुलिस के लिए आवेदन 25 अप्रैल, 2019 से शुरू हो गया है। आवेदन की अंतिम तारीख 8 जून, 2019 है।

अभ्यर्थियों को पहले कॉमन एंट्रेंस टेस्ट देना होगा जिसके बाद फिजिकल एंड्योरेंस टेस्ट (पीईटी) होगा। भर्ती के लिए अभ्यर्थियों की न्यूनतम आयु साढ़े 17 साल और अधिकतम आयु 21 साल होनी चाहिए। शैक्षिक योग्यता में हर विषय में 33-33 फीसदी या कुल मिलाकर 45 फीसदी नम्बरों के साथ 10वीं पास या समकक्ष शिक्षा जरुरी है।

इस परियोजना का प्रस्ताव थलसेना अध्यक्ष बिपिन रावत ने सेना अध्यक्ष बनते ही रखा था, जिसे हाल ही में रक्षा मंत्रालय से मंजूरी मिली थी। पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस के भाषण में भी इसका जिक्र किया गया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि शॉर्ट सर्विस कमीशन के तहत सशस्त्र बलों में भर्ती होने वाली महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन लेने का विकल्प दिया जाएगा। मोदी ने इस कदम को भारत की बहादुर बेटियों के लिए एक उपहार बताया था।

रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने भी ट्वीट करके इसकी जानकारी दी थी। उनका कहना था कि सेना पुलिस की कुल तादाद में महिलाओं के लिए 20 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। महिलाओं की भर्ती पर्सनल बिलो आफिसर रैंक (पीबीओआर) के तौर पर की जाएगी।

सैन्य पुलिस में शामिल होने वाली महिलाएं दुष्कर्म, छेड़छाड़ जैसे मामलों की जांच करेंगी। सेना पुलिस का रोल सैन्य प्रतिष्ठानों के साथ ही कैंटोनमेंट क्षेत्र की देखरेख करने का होता है। सेना पुलिस शांति और युद्ध के समय जवानों और उनके सामान की गतिविधि को संचालित करती हैं।

अभी तक शॉर्ट सर्विस कमीशन के तहत मेडिकल, सिग्नल, एजुकेशन और इंजीनियरिंग कोर में महिलाओं की भर्ती की जाती है। हालांकि अब महिलाओं को युद्ध में भर्ती किए जाने पर विचार किया जा रहा है।

फिलहाल सेना में महिलाओ की दर 3.80 प्रतिशत है। रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भामरे ने राज्यसभा में बताया था कि सेना में महिलाओं की हिस्सेदारी 3.80 प्रतिशत है। वहीं वायुसेना में 13.09 और नौसेना में 6 प्रतिशत की तादाद में महिलाएं शामिल हैं।

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