कोरोना वायरस से 7 अप्रैल तक मुक्‍त हो जाएगा तेलंगाना, बशर्ते...: सीएम चंद्रशेखर राव

मुख्‍यमंत्री के चंद्रशेखर राव का कहना है कि तेलंगाना 7 अप्रैल तक कोरोना वायरस के संक्रमण से पूरी तरह से मुक्‍त हो जाएगा बशर्ते कोई नया मामला सामने आता है

By Tilak RajEdited By: Publish:Mon, 30 Mar 2020 09:03 AM (IST) Updated:Mon, 30 Mar 2020 10:27 AM (IST)
कोरोना वायरस से 7 अप्रैल तक मुक्‍त हो जाएगा तेलंगाना, बशर्ते...: सीएम चंद्रशेखर राव
कोरोना वायरस से 7 अप्रैल तक मुक्‍त हो जाएगा तेलंगाना, बशर्ते...: सीएम चंद्रशेखर राव

हैदराबाद, एएनआइ। मुख्‍यमंत्री के चंद्रशेखर राव का कहना है कि तेलंगाना 7 अप्रैल तक कोरोना वायरस के संक्रमण से पूरी तरह से मुक्‍त हो जाएगा, बशर्ते कोई नया मामला सामने आता है। सीएम राव ने रविवार को बताया कि अब तक तेलंगाना में कोरोना वायरस से संक्रमित 70 मामले सामने आए हैं। इनमें से 11 ठीक हो चुके हैं, जिनकी जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। ये सभी 11 सोमवार यानि आज अस्‍पताल से डिस्‍चार्ज हो जाएंगे।

सीएम राव ने एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, 'सभी जरूरी जांच की जा चुकी हैं और सभी कार्यवाही पूरी करने के बाद ठीक हो चुके लोगों को अस्‍पताल से छुट्टी मिल जाएगी। इस समय 58 लोगों का इलाज किया जा रहा है। अन्‍य देशों से तेलंगाना में आए 25,937 लोगों पर सरकार नजर रखे हुए है। इन सभी की क्‍वारंटाइन अवधि 7 अप्रैल तक समाप्‍त हो जाएगी।

मुख्‍यमंत्री ने बताया कि 7 अप्रेल के बाद अगर कोई नया कोरोना वायरस का मामला सामने नहीं आता है, तो तेलंगाना से कोरोना वायरस का कोई मरीज नहीं होगा।

किसानों की उपज के बारे में बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, 'सारा अनाज गांवों से खरीदा जाएगा। बाजार के लिए 3,200 करोड़ की राशि रखी गई है। फसल को दी गई कूपन तिथि के अनुसार लाया जाना चाहिए। यदि हम इस अनुशासन को बनाए रखते हैं, तो कोरोना वायरस के प्रसार को नियंत्रित कर सकते हैं। किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए अपनी पासबुक साथ लानी होगी। पैसा ऑनलाइन भेजा जाएगा। मैं देख रहा हूं कि ग्रामीण अपने गांव की सीमाओं पर बाड़ लगा रहे हैं। यह प्रशंसनीय है कि वे अपने गांव की देखभाल कर रहे हैं।' उन्‍होंने बताया कि फल खरीदने के लिए पूरे राज्य में पांच सौ केंद्रों की व्यवस्था की जा रही है।

हालांकि, मुख्यमंत्री ने कहा कि गांववालों पता होना चाहिए कि उन्हें किसे अनुमति देनी है और किसे नहीं। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर वे साबुन और पानी की व्यवस्था करें तो बेहतर है, ताकि बाहर का व्यक्ति खुद को पवित्र कर सके और गांव में प्रवेश कर सके। साथ ही उन्‍होंने कहा कि अगर कोई झूठी खबर फैलाता है, तो उसे कड़ी सजा दी जाएगी। सरकार इसकी निगरानी कर रही है।

chat bot
आपका साथी