सिन्‍हा और शौरी का आरोप-राफेल सौदे में बचाव के लिए सेना का सहारा ले रही सरकार

पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी के साथ ही वकील प्रशांत भूषण ने प्रधानमंत्री पर राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता करने का आरोप लगाया।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 11 Sep 2018 10:52 PM (IST) Updated:Wed, 12 Sep 2018 12:38 AM (IST)
सिन्‍हा और शौरी का आरोप-राफेल सौदे में बचाव के लिए सेना का सहारा ले रही सरकार
सिन्‍हा और शौरी का आरोप-राफेल सौदे में बचाव के लिए सेना का सहारा ले रही सरकार

 नई दिल्ली, प्रेट्र। पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी के साथ ही वकील प्रशांत भूषण ने आरोप लगाया है कि राफेल सौदे में अपने बचाव को केंद्र सरकार सेना का सहारा ले रही है। तीनों का आरोप है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्यक्तिगत रूप से घोटाले के 'गुनहगार' हैं।

तीनों ने मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी पर हमला जारी रखा। उन्होंने प्रधानमंत्री पर राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता करने का आरोप लगाया और कहा कि 126 विमान खरीद के प्रस्ताव को कम कर 36 कर दिया गया। वायुसेना के उप प्रमुख एयर मार्शल एसबी देओ की राफेल पर हालिया टिप्पणी का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि पूरी तरह उजागर होने के बाद सरकार अब सौदे के बचाव में सेना के वरिष्ठ अधिकारियों का सहारा लेने लगी है।

विपक्षी पार्टी कांग्रेस इस सौदे को लेकर हमलावर बनी हुई है। कांग्रेस का आरोप है कि इस सौदे में बड़े पैमाने पर अनियमितता हुई है। कांग्रेस का दावा है कि सरकार हर विमान 1600 करोड़ रुपये की लागत पर खरीद रही है, जबकि पूर्व की यूपीए सरकार के समय कीमत 526 करोड़ रुपये तय की गई थी। सरकार ने कांग्रेस के इस आरोप को खारिज कर दिया है।

वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी ने बयान दिया था कि राफेल कितना बेहतर विमान है। इस बयान का उल्लेख करते हुए शौरी, सिन्हा और भूषण ने कहा कि वे लोग इस विचार से सहमत हैं, लेकिन हैरत है कि मोदी ने विमानों की संख्या 126 से घटाकर 36 क्यों कर दी। वायुसेना की रणनीतिक जरूरतों का ध्यान नहीं रखा गया।

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