शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का बयान, देश में जल्द लागू करना चाहिए समान नागरिकता कानून

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने चुनावों के बीच समान नागरिक संहिता(Uniform Civil Code) को जल्द पूरे देश में लागू करना चाहिए।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Wed, 09 Oct 2019 07:30 AM (IST) Updated:Wed, 09 Oct 2019 08:03 AM (IST)
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का बयान, देश में जल्द लागू करना चाहिए समान नागरिकता कानून
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का बयान, देश में जल्द लागू करना चाहिए समान नागरिकता कानून

मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र में इनदिनों चुनावी बयार चल रही है। 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनावों के लिए यहां वोटिंग होने वाली है। इसके लिए सभी पार्टियां जनता के बीच जाकर अपनी बात रख रही हैं और चुनावों में वोट के लिए लुभा रही है। महाराष्ट्र में एनडीए के घटक दल और सत्ता में उनकी प्रमुख सहयोगी पार्टी शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने समान नागरिकता संहिता(Uniform Civil Code) को लेकर कहा केंद्र सरकार से गुहार लगाई है। उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से पूरे देश में समान नागरिक संहिता लागू करने का आग्रह किया।

मुंबई के शिवाजी पार्क में पार्टी की पारंपरिक दशहरा रैली में लोगों को संबोधित करते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने यह बयान दिया। ठाकरे ने अपने भाषण में कहा, 'लोग हमसे सवाल करते थे कि हमने भाजपा के साथ गठबंधन क्यों किया। आज हम कहते हैं कि हमने जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के लिए ऐसा किया। अब मैं अमित शाह जी से देश में समान नागरिक संहिता लागू करने का अनुरोध करता हूं।'

शिवसेना प्रमुख ने इसके साथ ही स्पष्ट किया कि अयोध्या में राम मंदिर की मांग उनकी पार्टी के लिए कोई राजनीतिक चाल नहीं थी और जब तक मंदिर का निर्माण पूरा नहीं हो जाता, वे इसे जारी रखेंगे।शिवसेना प्रमुख ने स्पष्ट किया कि अयोध्या में राम मंदिर की मांग उनकी पार्टी के लिए कोई राजनीतिक चाल नहीं थी और जब तक मंदिर का निर्माण पूरा नहीं हो जाता, वे इसे जारी रखेंगे।

ठाकरे ने कहा, 'हमने हमेशा अयोध्या में राम मंदिर का मुद्दा उठाया है और जब तक इसका निर्माण नहीं होगा तब तक हम इसे जारी रखेंगे। हम मर सकते हैं, लेकिन अपने वादों को व्यर्थ नहीं जाने दे सकते। यह शिवसेना की नीति है और इसलिए हमें मंदिर की आवश्यकता है। शिवसेना कभी भी राजनीति के लिए राम के नाम का इस्तेमाल नहीं करेगी, जिस राम ने अपने पिता के लिए अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया, क्या हम उनके नाम पर भी राजनीति कर सकते हैं?

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