रविशंकर प्रसाद बोले, सोशल मीडिया को आधार से लिंक करने का कोई प्रस्ताव नहीं

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान कहा कि पोर्नोग्राफी खास तौर पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी बेहद गंभीर खतरा है और इस पर रोक लगाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Wed, 05 Feb 2020 09:06 PM (IST) Updated:Wed, 05 Feb 2020 09:13 PM (IST)
रविशंकर प्रसाद बोले, सोशल मीडिया को आधार से लिंक करने का कोई प्रस्ताव नहीं
रविशंकर प्रसाद बोले, सोशल मीडिया को आधार से लिंक करने का कोई प्रस्ताव नहीं

नई दिल्ली, प्रेट्र। सरकार ने बुधवार को संसद में साफ किया कि यूजर्स के सोशल मीडिया प्रोफाइल को आधार से लिंक करने का कोई प्रस्ताव नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सोशल मीडिया के जरिये फेक न्यूज और पोर्नोग्राफी का प्रसार रोकने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान कहा कि पोर्नोग्राफी खास तौर पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी बेहद गंभीर खतरा है और इस पर रोक लगाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। रिवेंज पोर्न भी देश में बढ़ रहा है।

सोशल मीडिया पर हो गंभीर चर्चा: ओम बिरला

स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि सोशल मीडिया से जुड़े मसलों पर गंभीर चर्चा होनी चाहिए। इस पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि निश्चित तौर पर सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर सदन में चर्चा होनी चाहिए। फेक न्यूज और पोर्नोग्राफी का प्रसार करने वाली वेबसाइटों को ब्लॉक करने के सवाल पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भारत की तुलना चीन या मध्य पूर्व से नहीं की जा सकती क्योंकि हम लोकतांत्रिक देश हैं।

बता दें कि आधार पिछले कुछ वर्षों में नागरिकता की पहचान का अहम आधार बन गया है। आधार के संबंध में पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने फेसबुक की एक याचिका पर सुनवाई की थी। इस याचिका में फेसबुक ने मांग रखी थी कि आधार को सोशल मीडिया प्रोफाइल से लिंक करने के लिए मद्रास हाईकोर्ट, बॉम्बे हाईकोर्ट और मध्य प्रदेश के उच्च न्यायालय में चल रहे मामलों को सुप्रीम कोर्ट में ट्रांस्फर किया जाए। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार, गूगल, ट्विटर, यूट्यूब और अन्य को नोटिस भेजकर जवाब दाखिल करने को कहा था।

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