EVM Hacking: भाजपा का कांग्रेस पर पलटवार, हैकथॉन कार्यक्रम में क्या कर रहे थे सिब्बल?

रविशंकर प्रसाद ने सवाल उठाया कि कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल कथित ईवीएम हैकिंग के कार्यक्रम में क्या कर रहे थे? वो कांग्रेस की तरफ से पूरे कार्यक्रम की मॉनिटरिंग कर रहे थे।

By Tilak RajEdited By: Publish:Tue, 22 Jan 2019 12:59 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jan 2019 02:00 PM (IST)
EVM Hacking: भाजपा का कांग्रेस पर पलटवार, हैकथॉन कार्यक्रम में क्या कर रहे थे सिब्बल?
EVM Hacking: भाजपा का कांग्रेस पर पलटवार, हैकथॉन कार्यक्रम में क्या कर रहे थे सिब्बल?

नई दिल्‍ली, जेएनएन। ईवीएम हैकिंग के मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ये कांग्रेस की साजिश है, जो करोड़ों मतदाताओं का अपमान है। उन्‍होंने कहा कि यह कांग्रेस की योजना है, शुजा कौन से आईटी एक्सपर्ट हैं, मैंने आज तक नाम नहीं सुना। 2014 में जब ईवीएम हैक करने का दावा किया जा रहा है, तब भारतीय जनता पार्टी सत्‍ता में नहीं थी। तब कांग्रेस सत्‍ता में थी। कांग्रेस इस मुद्दे पर सिर्फ राजनीति कर रही है।

रविशंकर प्रसाद ने सवाल उठाया कि कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल कथित ईवीएम हैकिंग के कार्यक्रम में क्या कर रहे थे? वो कांग्रेस की तरफ से पूरे कार्यक्रम की मॉनिटरिंग कर रहे थे। उन्‍होंने कहा, 'मायावती 2007 में उत्‍तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव जीतीं तो ईवीएम ठीक थी, लेकिन अखिलेश यादव 2012 में जीते तो ईवीएम ठीक थी, ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में 2-2 बार विधानसभा चुनाव जीतीं, तो ईवीएम ठीक थी, दिल्‍ली में अरविंद केजरीवाल और पंजाब में अमरिंदर सिंह जीते तब भी ईवीएम ठीक थी, लेकिन क्या केवल 2014 में ईवीएम हैक की गई?

उन्‍होंने कहा, 'भारत का चुनाव आयोग जिसकी चर्चा पूरे विश्व में होती है, आज कांग्रेस पार्टी उस संवैधानिक संस्था पर हमले करवा रही है। कांग्रेस पार्टी सुनियोजित तरीके से देश की संवैधानिक और वैधानिक संस्थाओं की अस्मिता को कमजोर करने का भरसक प्रयास कर रही है। ये पूरा आयोजन कांग्रेस द्वारा प्रयोजित था। वो लोग जो कांग्रेस के नजदीक हैं और वो लोग जो कांग्रेस के लिए प्रचार का काम करते हैं, वे इसमें शामिल हैं।'

केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने जब ईवीएम हैक करने के लिए लोगों को बुलाया था, तब ये लोग कहां थे? ऐसा लगता है कि कांग्रेस ने चुनाव में हार का बहाना पहले ही ढूंढ लिया है। पहले लगता था कि राहुल गांधी अपना होमवर्क नहीं करते हैं, लेकिन उनकी पूरी पार्टी ही अपना होमवर्क नहीं करती है। पहले लगता था कि राहुल गांधी अपना होमवर्क नहीं करते हैं, लेकिन उनकी पूरी पार्टी ही अपना होमवर्क नहीं करती है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे की मौत को लेकर आ रही खबरों को लेकर उन्‍होंने कहा कि देखिए, गोपीनाथ मुंडे का पोस्टमॉर्टम करने वाले एम्‍स के डॉक्टर सुधीर गुप्‍ता ने एक्सिडेंट की वजह से मौत की बात कही है। इसमें और कुछ कहने लायक नहीं है। उन्‍होंने ऐसे शख्‍स के बारे में झूठ कहा है जो अब हमारे साथ नहीं हैं। डॉक्‍टर सुधीर ने दो टीवी चैनलों पर भी कहा कि गोपीनाथ मुंडे की मौत की वजह एक्सिडेंट था।

हालांकि हैकर के दावे पर तत्काल प्रतिक्रिया देते हुए आयोग ने कहा कि ईवीएम पूरी तरह से सुरक्षित है। मशीन तकनीकी विशेषज्ञों की निगरानी में ही तैयार होती है। लंदन में हैकिंग को लेकर आयोजित कार्यक्रम को चुनाव आयोग ने प्रायोजित करार दिया है। आयोग ने हैकर के दावों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पर विचार करने की बात कहते हुए ईवीएम को छेड़छाड़ से मुक्त करार दिया है। आयोग ने एक बार फिर से अपनी इस बात को दोहराया है कि वर्ष 2010 में ही आयोग ने मशीनों की गुणवत्ता जांचने परखने के लिहाज से एक तकनीकी समिति का गठन किया था। सभी मशीनें इस समिति की देखरेख में ही बनती हैं। चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि ईवीएम का निर्माण भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड की ओर से किया जाता है। यह निर्माण बेहद कठोर निगरानी और सुरक्षा नियमों को ध्यान में रखते हुए होता है।

गौरतलब है कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन(ईवीएम) में छेड़छाड़ का मुद्दा फिर गर्म है। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस-भाजपा के बीच इसे लेकर जमकर राजनीति हो रही है। अमेरिकी साइबर एक्सपर्ट द्वारा किए गए खुलासों से भारतीय राजनीति में एक बार फिर ईवीएम को लेकर भूचाल आ गया है। कथित साइबर एक्सपर्ट सैयद शुजा ने दावा है कि कि 2014 में भारतीय जनता पार्टी की जीत ईवीएम में घपले की वजह से हुई थी, इसी का राज गोपीनाथ मुंडे को पता था इसलिए उनकी हत्या करवा दी गई थी।

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