राजनाथ एससीओ की बैठक में हिस्सा लेने के लिए ताशकंद पहुंचे

ताशकंद पहुंचने पर राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत की अन्य देशों के साथ मिलकर विकास के पथ पर आगे बढने और सहयोग करने की पुरानी परंपरा रही है।

By Sanjeev TiwariEdited By: Publish:Fri, 01 Nov 2019 07:39 AM (IST) Updated:Fri, 01 Nov 2019 03:09 PM (IST)
राजनाथ एससीओ की बैठक में हिस्सा लेने के लिए ताशकंद पहुंचे
राजनाथ एससीओ की बैठक में हिस्सा लेने के लिए ताशकंद पहुंचे

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शंघाई सहयोग संगठन एससीओ की बैठक में हिस्सा लेने के लिए उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद पहुंच गये। ताशकंद पहुंचने पर राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत की अन्य देशों के साथ मिलकर विकास के पथ पर आगे बढने और सहयोग करने की पुरानी परंपरा रही है। उन्होंने टि्वट किया कि एससीओ की बैठक में हिस्सा लेने के लिए ताशकंद में हैं। देशवासियों की विकास की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए भारत की अन्य देशों के साथ मिलकर विकास के पथ पर आगे बढने और सहयोग की पुरानी परंपरा रही है।

भारत के एससीओ का सदस्य बनने के बाद यह तीसरी शिखर बैठक होगी। वर्ष 2017 को यह बैठक रूस के सोची में तथा 2018 में यह शिखर बैठक ताजिकिस्तान की राजधानी दुशान्बे में हुई थी जिनमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिस्सा लिया था।

राजनाथ सिंह बैठक में भाग लेने के अलावा उज़्बेक नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय मुलाकात भी करेंगे। एससीओ की शिखर बैठक में नेताओं के बीच चर्चा बहुपक्षीय आर्थिक सहयोग एवं आर्थिक विकास पर केन्द्रित रहने की संभावना है।

रक्षा मंत्री ने ताशकंद रवाना होने से पहले यहां कहा था कि वह उज्बेकिस्तान के नेतृत्व के साथ विभिन्न मुद्दों पर द्विपक्षीय चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा था कि वह उज्बेकिस्तान के रक्षा मंत्री मेजर जनरल के निजामोविच के साथ रक्षा सहयोग के मुद्दों पर चर्चा के लिए उत्सुक हैं।

बता दें कि वर्ष 2017 में एससीओ में भारत के सदस्य बनने के बाद सीएचजी की यह तीसरी बैठक होगी। पिछले वर्ष एससीओ की बैठक ताजिकिस्तान के दुशान्बे में हुई थी, जबकि वर्ष 2017 में रूस के सोची में यह बैठक हुई थी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत क्षेत्र में विभिन्न एससीओ सहयोग गतिविधियों/संवाद तंत्र में शामिल है। हम बहुपक्षीय सहयोग को और विकसित करने के लिए भी प्रयासरत हैं।

मंत्रालय ने कहा कि ताशकंद में होने वाली बैठक में भाग लेने वाले नेताओं के एससीओ क्षेत्र में बहुपक्षीय आर्थिक सहयोग और विकास को लेकर होने वाली चर्चाओं पर ध्यान केंद्रित करने की संभावना है। सिंह एससीओ बैठक के इतर द्विपक्षीय बैठकों में भी भाग लेंगे। एससीओ का उद्देश्य क्षेत्र में शांति, स्थिरता और सुरक्षा को बनाए रखना है।

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